जयपुर. राजस्थान BJP नेताओं ने अब गहलोत सरकार से मांग की है कि वह भी वैट घटाकर पेट्रोलियम के दाम कम करे। केन्द्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी घटाने से राजस्थान में पेट्रोल 9.55 रुपए और डीजल 7.20 रुपए लीटर सस्ता हुआ है। विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर और घरेलू गैस के सिलेंडर पर सब्सिडी देकर मोदी सरकार ने किसान, व्यापारी, मिडिल क्लास और गरीबों को राहत दी है। उन्होंने कहा अपने जन घोषणा पत्र में पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में लाने, पिछली बीजेपी सरकार के समय पेट्रोल पर 26 और डीजल पर 18 फीसदी वैट घटाने और महंगाई को लेकर गांधी प्रतिमा के सामने आए दिन आंदोलन के नाम पर नौटंकी करने वाली गहलोत सरकार को अगर वास्तव में जनता से वास्ता है, तो उसे पेट्रोल-डीजल पर वैट में तुरंत कमी करके जनता को राहत देनी चाहिए। राठौड़ ने कहा कि CM गहलोत ने राज्य में 5 जुलाई 2019 से लेकर अब तक 4 बार अलग-अलग समय पर जो आदेश जारी कर पेट्रोल पर 12 फीसदी और डीजल पर 10 फीसदी वैट बढ़ाया है, उसे कम करने का साहस जुटाएं। ताकि महंगाई से त्रस्त जनता को राहत मिले। BJP प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने डीजल, पेट्रोल और गैस सिलेंडर के दामों में भारी कमी कर जनता को फिर बड़ी राहत दी है। अब राज्य की कांग्रेस सरकार वैट कम कर जनता को राहत दे। उन्होंने कहा ऐतिहासिक फैसले में मोदी सरकार ने पेट्रोल पर 8 और डीजल पर 6 रुपए एक्साइज ड्यूटी कम की है। पिछले साल नवंबर में भी मोदी सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 5 और डीजल पर 10 रुपए की कटौती कर बड़़ी राहत दी थी। कांग्रेस सरकार की ओर से वैट में कटौती नहीं करने के कारण देश में सबसे महंगा डीजल-पेट्रोल राजस्थान में मिल रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री गहलोत को राज्य की जनता के हित में गंभीरता से विचार कर डीजल-पेट्रोल पर वैट में कमी कर राहत देनी चाहिए। केंद्र के खिलाफ झूठी और बिना फैक्ट की बयानबाजी बंद करनी चाहिए।
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