नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव से पहले भाजपा विधायकों ने सीवर-पानी और भ्रष्टाचार पर चर्चा कराने की मांग की, जिसके बाद सभी विधायकों को पूरे दिन के लिए सदन से मार्शल आउट यानी बाहर कर दिया गया। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई छापे और आप विधायकों के भाजपा के संपर्क में होने की खबरों के बीच केजरीवाल ने यह कदम उठाया है। चार विधायकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उन्हें भाजपा के लोग खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। विधायकों ने दावा किया कि इसके लिए 20-20 करोड़ रुपए देने की पेशकश कर रहे हैं। विधायकों के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को अपने आवास पर बैठक बुलाई थी, जिसमें 9 विधायक नहीं पहुंचे थे। 9 विधायकों के नहीं पहुंचने के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी। ऐसें में केजरीवाल ने विश्वासमत प्रस्ताव लाकर सदन में AAP के भीतर एकजुटता का संदेश देना चाहते हैं। विश्वासमत हासिल करने के बाद 6 महीने तक सरकार को कोई खतरा नहीं रहता है। सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल विश्वासमत हासिल कर दिल्ली की सरकार को मजबूत दिखाना चाहते हैं, जिससे गुजरात चुनाव में उनकी पार्टी मजबूती से लड़ सके। AAP विधायक दुर्गेश पाठक ने विधानसभा के भीतर उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा- जब LG खादी और ग्रामोद्योग विभाग में थे, उस वक्त विनय सक्सेना ने 1400 करोड़ रुपए का घोटाला किया है।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.