नई दिल्ली. असम में बाढ़ तबाही लेकर आई है। 10 दिनों में अब तक करीब 135 लोगों की मौत हो चुकी है। लाखों लोग प्रभावित हैं। उन्हें अपना घर छोड़कर राहत शिविरों में या फिर हाईवे पर टेंट लगाकर भूखे-प्यासे रहना पड़ रहा है। हर दिन मकान डूबने, गाड़ियों के बह जाने और लोगों के फंसे होने की तस्वीरें आ रही हैं। मंगलवार को नलबाड़ी जिले में दो मंजिला एक बिल्डिंग पानी के तेज बहाव में बह गई। यह पुलिस स्टेशन की बिल्डिंग थी, जिसे खाली करा लिया गया था। उधर, असम के सिलचर से एक वीडियो सामने आया है। इसमें असम राइफल्स के जवानों ने 6 दिन के बच्चे और उसकी मां को पानी से सुरक्षित निकाल लिया। ये दोनों बाढ़ के तेज बहाव में बहे जा रहे थे। वीडियो में जवान बच्चे के साथ खेलते दिख रहे हैं। बच्चे की मां ने सेना को शुक्रिया कहा है। असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सोमवार शाम को जारी की गई बाढ़ रिपोर्ट में बताया है कि इस समय राज्य के 32 जिलों के 5424 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। सोमवार से मंगलवार के बीच कछार जिले में 5, कामरूप मेट्रो, मोरीगांव और नगांव में एक-एक लोगों की मौत हुई है। कछार में एक के लापता होने की खबर है। अब तक 28 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, यहां के 33 लाख लोगों के जीवन पर बाढ़ ने सीधे असर डाला है। 5 से 8 फीट तक पानी बह रहा है। पहले 32 जिले प्रभावित थे, लेकिन 4 जिलों में बाढ़ का पानी कम हुआ है। प्रभावित लोगों की संख्या में मामूली अंतर देखा गया है। 23 लाख से घटकर 21 लाख के करीब हो गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार असम में पिछले सात दिनों में 45 लोगों की जान गई है जबकि मेघालय में मरने वालों की संख्या 18 बताई गई है। इतना ही नहीं, पूर्वोत्तर में बाढ़ की तबाही के कारण 47 लाख 72 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। असम सरकार ने बेघर हुए लोगों के लिए 1425 राहत शिविर खोले हैं, जहा दो लाख 31 हजार 819 लोगों ने शरण ले रखी है।
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