चंडीगढ़. पंजाब विधानसभा में सेना भर्ती की अग्निपथ स्कीम के खिलाफ प्रस्ताव पास हो गया है। CM भगवंत मान ने यह प्रस्ताव पास किया। जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर सवाल उठाए। मान ने कहा कि अगर यह स्कीम इतनी अच्छी है तो फिर पहले भाजपा वाले अपने बेटों को अग्निवीर बनाएं। बहस में भाजपा ने इस प्रस्ताव को लाने को लेकर सवाल खड़े किए। कांग्रेस और अकाली दल ने इसका समर्थन किया। बहस के बाद इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया। CM मान ने कहा कि वह PM नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर स्कीम वापस लेने की मांग करेंगे। CM भगवंत मान ने अग्निवीरों को पढ़ाई कराने के बयान पर कहा कि इतने छोटे समय में वह पढ़ाई कब करेगा। एक हाथ में हथियार और दूसरे में किताब रखेगा। शेखचिल्ली के सपने न दिखाओ। उन्होंने कहा कि फौज किराए पर रखने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने पूछा कि अगर रिटायरमेंट में 3 महीने रह गए और लड़ाई लग गई तो क्या वह जंग लड़ेगा?। अगर युवक शहीद हो गए तो उस कोई सुविधा नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला जवानी, देशभक्ति और युवाओं के जज्बे के खिलाफ है। मैं इस बारे में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलूंगा। वह इसे पहले ही वापस ले लें। किसान आंदोलन की तरह न करें कि नुकसान होने के बाद गलती को कबूल करें। उन्होंने कहा कि भाजपा बहुमत से सत्ता में आई है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि तानाशाही चलेगा। बहस के दौरान भाजपा विधायक अश्वनी शर्मा ने कहा कि हम इस प्रस्ताव के एक्सपर्ट नहीं है। यह देश की सुरक्षा और सेना से जुड़ा मुद्दा है। हमें सेना के तीनो अंगों के प्रमुखों पर भरोसा करना चाहिए। उन्होंने इस स्कीम की जरूरत के बारे में खुली बताई। उन्होंने सेना के मामले में राजनीति करने पर सवाल उठाए। शर्मा ने कहा कि अगर UP सरकार उन युवाओं को नौकरी में पहल दे रही है तो पंजाब ऐसा क्यों नहीं करता। उन्होंने प्रस्ताव लाने पर सवाल उठाए।
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