लखनऊ. नूपुर शर्मा पर पर SC की टिप्पणी के बाद मायावती ने ट्ववीट कर लिखा,' कोर्ट का ये आदेश सभी के लिए सबक है। जो लोग इस तरह के बयान देकर देश का माहौल बिगाड़ने का प्रयास करते हैं'। कुछ ही देर बाद अखिलेश यादव ने ट्ववीट कर लिखा,' सिर्फ मुख को नहीं शरीर को भी माफी मांगनी चाहिए। देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सजा भी मिलनी चाहिए' यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक ट्वीट किया। लिखा,' माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध आज लिए गए सख़्त स्टैण्ड तथा अपने भड़काऊ बयान से देश को हिंसक माहौल में झोंकने हेतु उनसे माफी मांगने का निर्देश उन सभी के लिए जरूरी सबक है जो देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंक कर अपनी राजनीति चमका रहे हैं' ट्वीट कर लिखा,' नफरती भाषण के लिए नूपुर शर्मा के विरुद्ध एफआईआर होने के बावजूद पुलिस द्वारा उनके प्रति निष्क्रिय रवैये का भी मा. कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने से संभव है कि आगे इस प्रकार की प्रवृति पर थोड़ा रोक लगे' ट्वीट कर लिखा,' सिर्फ मुख को नहीं शरीर को भी माफी मांगनी चाहिए। देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सजा भी मिलनी चाहिए' सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा की ओर से दाखिल की गई याचिका की सुनवाई की। शुक्रवार को कहा,' इस प्रकार के बयान देने से उनका क्या मतलब है। इन बयानों के कारण देश में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं। ये लोग धार्मिक नहीं हैं। वे अन्य धर्मों का सम्मान नहीं करते। ये टिप्पणियां या तो सस्ता प्रचार पाने के लिए की गईं अथवा किसी राजनीतिक एजेंडे या घृणित गतिविधि के तहत की गईं' मायावती ने 28 जून से लेकर अभी तक उदयपुर में दर्जी की हत्या में दो बार बयान जारी किया है। मायावती ने कहा था कि दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए कि कोई भी कानून हाथ को अपने हाथ में लेने के बारे में न सोचें।
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