जयपुर. NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के चुनाव में राजस्थान बीजेपी दूसरी पार्टियों के आदिवासी विधायकों में सेंध लगाने की कोशिश में जुट गई है। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद बीजेपी की राष्ट्रपति चुनाव में सियासी परीक्षा होगी। बीजेपी चाहती है कि पिछले राज्यसभा चुनाव में शोभारानी कुशवाह की क्रॉस वोटिंग की भरपाई इस राष्ट्रपति चुनाव में हो जाए। 12 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू जयपुर दौरे पर आएंगी। यहां उनका सभी सांसदों-विधायकों से व्यक्तिगत मिलने का कार्यक्रम रखा गया है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव का मतदान होगा। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने बीजेपी के सभी लोकसभा-राज्यसभा सांसद और विधायकों को पत्र भेजकर 12 जुलाई को दोपहर 3 बजे होटल क्लार्क आमेर में आवश्यक रूप से पहुंचने को कहा है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि इसके अलावा RLP सांसद हनुमान बेनीवाल और उनकी पार्टी के 3 विधायकों, भारतीय ट्राइबल पार्टी 2 विधायकों, सीपीआईएम के 2 विधायकों, निर्दलीय 13 विधायकों के अलावा कांग्रेस के आदिवासी-दलित समाज से आने वाले सांसद-विधायकों से भी वोट की अपील की जाएगी। इसके लिए अलग से स्ट्रेटेजी तैयार की जा रही है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को चुनाव एजेंट, विधायक जोगेश्वर गर्ग को कॉर्डिनेटर और रामलाल शर्मा को को-कॉर्डिनेटर का जिम्मा दिया गया है। कांग्रेस के ST विधायकों की संख्या-13 हैं। इनमें अर्जुन सिंह बामणिया, इंदिरा मीणा, गणेश घोगरा, नगराज मीणा, गोपाल लाल मीणा, जौहरीलाल मीणा, दयाराम परमार, निर्मला सहरिया, परसादीलाल मीणा, पृथ्वीराज मीणा, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, रमेश चन्द मीणा और रामलाल मीणा शामिल हैं। BTP के ST विधायक-2 हैं। इनमें राजकुमार रोत और रामप्रसाद शामिल हैं। निर्दलीय ST विधायक-2 हैं। इनमें रमिला खड़िया और लक्ष्मण मीणा शामिल हैं। इनके अलावा राजस्थान विधानसभा में दलित समाज से कांग्रेस के 19 विधायक हैं। RLP के 2 विधायक, 1 निर्दलीय SC विधायक है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद नीरज डांगी भी SC कैटेगरी से हैं।
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