चंडीगढ़. जेल से पैरोल पर आए डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम ने फर्जी कहे जाने पर सफाई दी है। उन्होंने सत्संग के दौरान तंज भरे लहजे में कहा कि हम पतले क्या हुए, लोगों ने नकली कहना शुरू कर दिया। असल में चंडीगढ़, अंबाला और पंचकूला के कुछ श्रद्धालुओं ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने कहा कि जेल से पेरौल पर आए राम रहीम नकली है। असली का कहीं किडनैप हो चुका है। हालांकि हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। राम रहीम इस वक्त उत्तर प्रदेश के बागपत आश्रम में है। राम रहीम ने कहा कि मैं भारत देश में रहता हूं और कानून को मानने वाला हूं। जो करोड़ों-अरबों संगत जुड़ी है, उन्हें पता है कि उनका गुरू वही है या कोई और है। राम रहीम ने कहा कि जब कोर्ट ने ही इस बारे में सब कुछ कह दिया तो हमें कुछ कहने की जरूरत नहीं है। याचिका दायर करने वालों ने कहा था कि जेल से बाहर आए डेरा प्रमुख में काफी बदलाव देखे हैं। डेरा प्रमुख का कद एक इंच बढ़ गया है। अंगुलियों की लंबाई और पैरों का साइज भी बढ़ा हुआ है। वीडियो में दिख रहा कि उसके चेहरे और हाथों में मास्किंग थी, जो बदल गई। कुछ दिन पहले उनके कुछ पुराने दोस्त मिले थे। जिन्हें वह पहचान नहीं पाए। इससे साफ है कि वह नकली डेरा प्रमुख है। हाईकोर्ट ने इस मामले में डेरा श्रद्धालुओं को जमकर फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने कहा कि यह किसी फिल्म में ही संभव है। लगता है याचिका दायर करने वालों ने कोविड के वक्त कोई फिल्म देखी है। हाईकोर्ट ने कहा कि यह कोई फिल्म नहीं चल रही। हाईकोर्ट ऐसे केसों की सुनवाई के लिए नहीं है। पिटीशन दाखिल करते वक्त दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए। 2 साल पहले भी सेशन जज के जरिए राम रहीम की जांच कराई गई थी और आरोप झूठे निकले थे।
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