टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का 4 सितंबर को मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर रोड एक्सीडेंट में निधन हो गया। साइरस की मर्सिडीज बेंज GLC 220 कार हाईवे पर सूर्या नदी के पुल पर डिवाइडर से टकराई थी। इस हाई एंड लग्जरी कार के एक्सीडेंट के बाद कार की सेफ्टी को लेकर सवाल उठे थे। पुलिस ने भारत से लेकर जर्मनी तक मर्सिडीज कंपनी के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी। मर्सिडीज ने पहले इंडियन एक्सपर्ट्स की टीम से कार की जांच कराई, इसके बाद मंगलवार (13 सितंबर) को हॉन्ग कॉन्ग से तीन मेंबर्स की स्पेशलाइज्ड टीम ठाणे पहुंची। हादसे का शिकार हुई कार को मर्सिडीज बेंज की ठाणे यूनिट में ही रखा गया है। हॉन्ग कॉन्ग से आई टीम में 3 एक्सपर्ट हैं, जो कार के सभी फंक्शन्स की जांच करने के बाद डेटा चिप भी रिकवर करेगी। अहमदाबाद-मुंबई हाईवे पर 4 सितंबर को हुए एक्सीडेंट में टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का निधन हो गया था। उनकी मर्सिडीज GLC 220 कार हाईवे पर सूर्या नदी के पुल पर बने डिवाइडर से टकराई थी। वे गुजरात के उदवाड़ा पारसी मंदिर से लौट रहे थे। हादसे में मिस्त्री (54) और उनके दोस्त जहांगीर पंडोले (49) की जान चली गई, जबकि कार ड्राइव कर रहीं डॉ. अनायता पंडोले और उनके पति दरीयस पंडोले घायल हो गए। साइरस की मर्सिडीज के एक्सीडेंट की ऊपर दी गईं तीनों थ्योरी अलग-अलग इंस्टीट्यूशन्स से आई हैं। इनमें महाराष्ट्र की पालघर पुलिस, IIT खड़गपुर की फोरेंसिक टीम और मर्सिडीज इंडिया का इन्वेस्टिगेशन ग्रुप शामिल है। अब कार कंपनी ने हॉन्ग कॉन्ग से जो एक्सपर्ट टीम भेजी है, वह भी एक्सीडेंट को लेकर अपनी रिपोर्ट देगी।
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