जयपुर. जलदाय मंत्री और सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने एक पद छोड़ने के संकेत दिए हैं। महेश जोशी ने कहा- मैं कभी भी किसी पद का लालायित रहा ही नहीं। मेरी तरफ से पार्टी एक पद वापस ले। दोनों पद वापस ले या नहीं लें। यह पार्टी को तय करना है। मुख्य सचेतक का पद ऐसा काम नहीं है। इसमें अतिरिक्त किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं मिलता बल्कि दोहरी जिम्मेदारी उठानी होती है। महेश जोशी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। महेश जोशी ने कहा- सरकारी मुख्य सचेतक का पद दोहरी जिम्मेदारी वाला है। विधानसभा का सत्र चलता है तो फ्लोर मैनेजमेंट के चलते हम बाहर भी नहीं जा सकते हैं। मैं तो खुद यह चाहता हूं कि कांग्रेस जब जिसको उचित समझे उसे यह पद दे दे। इससे यह लाभ जरूर होगा कि एक कांग्रेस कार्यकर्ता को और स्थान मिलेगा। इसके अलावा किसी मंत्री के पास मुख्य सचेतक का पद मिलता है तो उसे कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिलता है। यह हाईकमान को तय करना है कि मेरी पार्टी में क्या भूमिका हो। रामनिवास गावड़िया के धर्मेंद्र राठौड़ को चापलूसी करके नेता बनने वाले बयान के सवाल पर महेश जोशी ने कहा- आप यह चाहते हैं कि मैं एडवाइजरी का उल्लंघन करूं। मैं एडवाइजरी का उल्लंघन नहीं करुंगा। महेश जोशी ने यह बयान देकर इस विवाद से किनारा करने का प्रयास किया है। विधायक दल की बैठक के बहिष्कार मामले में नोटिस के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने नेताओं के खिलाफ बयानबाजी पर रोक लगा दी थी।
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