इस वक्त बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आ रही है. दरअसल बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का एक और कारनामा उजागर हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार चंद्रशेखर ने मदरसा बोर्ड के एक्ट और बिहार सरकार के अधिसूचना नियमावली का उल्लंघन करते हुए अपात्र और जूनियर अधिकारी को मदरसा बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है.
वहीं सीनियर अधिकारी उसी बोर्ड में सचिव बने हैं. सीनियर अधिकारी को जूनियर के नीचे काम करना पड़ रहा है, जबकि एक्ट के अनुसार शिक्षा निदेशक को अध्यक्ष का प्रभार दिया जा सकता है. वहीं मंत्री ने बिहार शिक्षा सेवा के जूनियर अधिकारी मोहम्मद अब्दुस सलाम अंसारी को मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष का प्रभार दे दिया है.
बता दें, अंसारी वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा के उपनिदेशक भी हैं. नियमों के अनुसार आईएएस (IAS) और बीएएस (BAS) को ही अध्यक्ष का प्रभार देने का प्रावधान है. लेकिन, मंत्री ने वरीय अधिकारी के रहते बिहार शिक्षा सेवा के अधिकारी को प्रभार दे दिया है. अब ऐसे में शिक्षा मंत्री के इस फैसले को लेकर भी विवाद होना तय माना जा रहा है. बता दें, शिक्षा मंत्री पहले से ही केके पाठक के हो रहे विवाद को लेकर चर्चा में हैं. वहीं इससे पहले भी उनके बयानों और फैसलों को लेकर उनकी आलोचना होती रही है.
इन दिनों बिहार के शिक्षा विभाग में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच पहले से ही लेटर के जरिए जंग जारी है. इस लेटर की लड़ाई की खबर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक भी पहुंच गयी है, जिसके बाद सीएम ने चंद्रशेखर और केके पाठक दोनों को अपने आवास पर बुलाकर बैठक की थी. इस बैठक के बाद शिक्षा मंत्री को लेकर जल्द ही कोई बड़ा फैसला आने की खबर भी मिल रही है. आलम यह है कि शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की भी मांग उठाने लगी है. वहीं इस जंग का असर अब राजनीतिक रूप से भी दिखने लगा है.
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.