मुंबई के मीरा रोड इलाके में लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या के मामले में अब पड़ोसी भी खुलकर सामने आने लगे हैं. पड़ोसियों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपी मनोज सेन काफी रिजर्व था और आसपड़ोस में किसी से भी बात नहीं किया करता था. गीता आकाशदीप कोऑपरेटिव सोसाइटी के जे-विंग में मनोज के पड़ोस में रहने वाले सोमेश श्रीवास्तव ने घटना के बारे में खुलकर बताया. उनका कहना है लगातार बदबू आने बावजूद मनोज खटखटाने पर भी घर का दरवाजा नहीं खोल रहा था. फ्लैट के अंदर से कटर की आवाजें लगातार आ रही थी.
लिव-इन पार्टनर सरस्वती वैद्य की हत्या के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर मनोज को ठाणे की जिला अदालत में पेश किया, जहां से उसे 16 जून तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. सोसाइटी के सातवें फ्लोर पर मनोज और सरस्वती बीते तीन साल से साथ रह रहे थे. सोमवार से ही मनोज के फ्लैट से बदबू आ रही थी. पड़ोसियों द्वारा मनोज से घर के अंदर से आ रही बदबू के बारे में पूछा गया तो वो भाग खड़ा हुआ. एनडीटीवी से बातचीत के दौरान मनोज के पड़ोसी सोमेश श्रीवास्तव ने कहा, “बदबू आने पर मैंने उनके घर का दरवाजा खटखटाया लेकिन किसी ने नहीं खोला. मैंने किसी स्प्रे की आवाज सुनी जिसके बाद मनोज सेन बाहर आया. उसने मुझे कहा कि वो किसी काम से बाहर जा रहा है और तुरंत वहां से निकल गया. इसके बाद बिल्डिंग के प्रबंधन को इसकी जानकारी दी गई. फिर पुलिस को घटना से अवगत कराया गया.”
सोमेश ने कहा, “पुलिस दरवाजा तोड़कर फ्लैट में दाखिल हुई. अंदर पुलिस को को कटर मिले. जिसमें से एक इलेक्ट्रिक कटर था. रसोई में तीन टोकरियां मिली जिसमें आरोप है कि मनोज बॉडी के टुकड़े डाला करता था. डीसीपी जयंत बजबले ने इस मामले में न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, “हमें मीरा रोड इलाके में स्थित सोसायटी में एक महिला की डेड बॉडी मिली है जिसे टुकड़ों में काटा गया था. यह कपल लिव-इन-रिलेशनशिप में रह रहा था. आगे की जांच जारी है.”
एक अन्य पड़ोसी ने न्यूज एजेंसी से कहा, “वो केवल अपने में ही रहता था और अन्य लोगों से ज्यादा घुलता-मिलता भी नहीं था. मुझे तो उसका नाम तक नहीं पता था. सोमवार सुबह से मंगलवार शाम तक चूहे मरने की बदबू आ रही थी. हमें नहीं पता था कि यह बदबू किसी फ्लैट से आ रही है. हमनें केवल इस तरह की चीजें टीवी पर ही देखी थी.”
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