लाल डायरी और बीजेपी विधायक मदन दिलावर के निलंबन के मुद्दे पर विधानसभा में शून्यकाल के दौरान बीजेपी विधायकों ने हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष के लाल डायरी का जिक्र करते ही हंगामा हो गया। हंगामे के कारण दो बार स्पीकर को सदन की कार्यवाही आधे-आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी। पहली बार 12 बजकर 9 मिनट पर और दूसरी बार 1 बजकर 3 मिनट पर सदन की कार्यवाही को आधे-आधे घंटे के लिए स्थगित किया गया। बीजेपी विधायकों ने वेल में आकर नारेबाजी की।
हंगामे की शुरुआत नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के स्थगन प्रस्ताव से मामला उठाने के दौरान लाल डायरी का जिक्र करने पर हुई। राजेंद्र राठौड़ ने बीजेपी विधायक मदन दिलावर के निलंबन को वापस लेने की मांग करते हुए लाल डायरी से उठ रहे सवालों का जिक्र किया और लाल डायरी छीनने का आरोप लगाया तो हंगामा हो गया। जलदाय मंत्री महेश जोशी,संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राठौड़ के मामला उठाते ही कड़ी आपत्ति की।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आज भी कुछ अनुत्तरित सवाल आ जाते हैं और उसमें सदन की गरिमा का सवाल भी उठ जाता है। सत्ता पक्ष की गरिमा का सवाल भी उठ जाता है। सत्ता पक्ष का सदस्य लाल डायरी टेबल करना चाहता है और उसे छीनकर कर ले जाया जाता है, यह भी उचित नहीं है।
राठौड़ के लाल डायरी छीनने का जिक्र करते ही जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा यह झूठ बोलने की हाइट है। यह ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट बन गई है बीजेपी के झूठ बोलने की, कौन सी लालडायरी थी और किसने छीना? यह गलत बात है। लगातार झूठ बोल रहे हैं ।
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि टेबल करने के भी प्रोसेस तय हैं धारीवाले ने अपनी टेबल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि टेबल यहां होती है, या वहां होती है? टेबल कहां किया जाता है। बीजेपी गलत रोल प्ले कर रही हैं इसमें शुरू से ही मिलीभगत की बू आ रही है।
डोटासरा ने कहा कि बीजेपी अपने कृत्य के लिए माफी मांगे।
राजेंद्र राठौड़ ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए मामला उठाते हुए कहा- 21 जुलाई को जब मणिपुर की घटना के जिक्र पर हम एनसीआरबी के आंकड़ों का जिक्र करते सरकार से जवाब मांग रहे थे। उसी समय तत्कालीन गृह रक्षा राज्यमंत्री उठे और उन्होंने राजस्थान की आज की स्थिति में महिला दुष्कर्म में राजस्थान की सरकार पर लानत देते हुए कहा कि हालत ठीक नहीं है। आपने उनको बर्खास्त किया यह आपका मामला है। इस पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा इस बात की कोई रेलीवेंसी नहीं है। वह मिली जुली नूरा कुश्ती थी। इनकी मिलीजुली नूरा कुश्ती थी, आज इस बात का क्या रेलीवेंस है? इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की परंपरा का हवाला देते हुए नेता प्रतपक्ष को बोलते समय टोकने पर आपत्ति जताई, इसके बाद डोटासरा शांत हुए।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा, मंत्री परिषद में मुख्यमंत्री किसको रखेंगे रखेंगे उनका विवेकाधिकार है। गृह रक्षा राज्य मंत्री को बर्खास्त किया गया। उस दिन सदन में उत्तेजना का वारण बना। बर्खास्त गृह रक्षा मंत्री ने जब लाल डायरी सदन में टेबल करनी चाही तो सदन में उत्तेजना का वातावरण बना। सत्तापक्ष के दोनों गुटों में जिस तरह का झगड़ा हुआ उसमें रामगंज मंडी से आने वाले विधायक मदन दिलावर वेल में आए थे यह मैं स्वीकार करता हूं, लेकिन उनका ऐसा कोई कृत्य नहीं था कि उन्हें निलंबित किया जाता। अचानक प्रस्ताव लाकर उन्हें पूरे समय के लिए निलंबित किया जाता है। मदन दिलावर का निलंबन खत्म किया जाए। आप दिलावर के उस दिन के वीडियो देख लीजिए, उनका ऐसा कोई कृत्य नहीं है जिनको उन को निलंबित किया जाए। 15 वीं विधानसभा का आखिरी सत्र है और इसका हम गरिमा पूर्ण समापन करना चाहते हैं,हम चाहते हैं कि हम आपके साथ फोटोग्राफ में भी रहे एक सदस्य जिसे कोई कसूर नहीं है उसको इस प्रकार निलंबर उचित नहीं है।
राठौड़ ने कहा- मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है कि गुजरात मध्यप्रदेश में दुष्कर्म के मामले राजस्थान से ज्यादा है तो महिला दुष्कर्म पर सदन में एक चर्चा हो जाए।
लाल डायरी के मुद्दे पर बीजेपी लगातार सरकार को घेर रही है। राजेंद्र गुढ़ा के बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ही सबसे सदन में इस मामले को उठायाथा। जिस दिन सदन में गुढ़ा ने लाल डायरी लहराई थी उससे हले शून्यकाल शुरू होते ही राठौड़ ने इस मुद्दे को उठाया था लेकिन सपीकर ने अनुमति नहीं दी थी। लाल डायरी पर अब बीजेपी सदन के भीतर और बाहर लगातार सरकार को घेरने की रणनीति पर चल रही है।
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