महाराष्ट्र के पालघर में जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में आरपीएफ जवान चेतन सिंह द्वारा की गई गोलीबारी के मामले में चारों मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है. जांच में पता चला कि सिपाही ने ASI को चार गोली मारकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था. दोनों के बीच इससे पहले तीखी बहस हुई थी. जिसके बाद इस सनकी सिपाही ने उनके सिर और छाती में गोली मार दी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसने एक अन्य यात्री को भी तीन गोली मारी. वहीं, दो यात्रियों को दो-दो गोली मारी गई. उसने अपनी सरकारी राइफल से इस वारदात को अंजाम दिया था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह पता चलता है कि अतिरिक्त खून बहने और शरीर के महत्वपूर्ण अंग क्षतिग्रस्त होने के चलते सभी की मौत हुई. आरोपी सिपाही को वारदात के बाद ही पकड़ लिया गया था. मंगलवार तड़के करीब पांच बजे जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में पालघर स्टेशन के करीब बोगी नंबर-5 में यह वारदात हुई थी. सनकी सिपाही चेतन कुमार चौधरी की एएसआई टीका राम मीणा के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी. दोनों के बीच झगड़ा काफी बढ़ गया. गुस्से से आगबबूला हो चुके सिपाही ने अपनी राइफल से अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान कई राउंड फायरिंग की गई थी.
पुलिस के मुताबिक आरोपी आरपीएफ जवान मानसिक रूप से परेशान था. मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर पालघर में सिपाही चेतन कुमार चौधरी ने अपने एस्कॉर्ट ड्यूटी प्रभारी एएसआई टीका राम मीणा को मौत के घाट उतारा. बस इतने से भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ. इसके बाद वो ट्रेन की एक अन्य बोगी में गया, जहां बिना किसी उकसावे के ही उसने तीन यात्रियों को भी बेफिजूल में मौत के घात उतार दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से उसकी हैवानियत का पता चलता है. जिन तीन यात्रियों को उसने गोली मारी वो उनके सिर और छाती में जाकर लगी, ताकि उनके पास भी जिंदा बचने का कोई मौका ना हो. एक यात्री को उसने तीन गोली मारी जबकि बाकी दो पर दो-दो गोलियां चलाई.
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