राजकीय शास्त्री संस्कृत महाविद्यालय छत्रपुरा बूंदी में सोमवार को संस्कृत शिक्षा विभाग राजस्थान की संयुक्त निदेशक डाॅ. शालिनी सक्सेना, कोटा संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी मान गंगाधर मीणा व प्रोफेसर डाॅ. इंद्रा खत्री (हिंदी साहित्य- महाराजा काॅलेज जयपुर) ने नवीन संस्कृत महाविद्यालय का निरीक्षण किया।
महाविद्यालय में स्टाफ अभिवृद्धि व छात्र अभिवृद्धि के प्रयास व प्रेरणा हेतु स्टाफ, जनप्रतिनिधियों एवं नवीन प्रवेशित छात्र-छात्राओं से संवाद किया और सभी परिस्थितियों का जायजा लिया।
महाविद्यालय में जो भी परिस्थितियाँ हैं उनमें सभी की भागीदारी के साथ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग से शीघ्र ही सुधार का आश्वासन दिया है। महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. रश्मि अग्रवाल ने बताया कि संयुक्त निदेशक संस्कृत शिक्षा विभाग डाॅ. शालिनी सक्सेना ने सभी पारिस्थितियो का अवलोकन किया व सभी को संस्कृत शिक्षा के उत्थान हेतु प्रेरित किया। सभी प्रकार से सहयोग का पुरा आश्वासन दिया हैं। और सभी ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यालय प्रभारी संतोष बैरवा ने कहा कि शास्त्री प्रथम वर्ष में खाली रही सिटो के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। किसी भी संकाय से 12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राएँ महाविद्यालय में प्रवेश हेतु ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस दौरान छात्र नेता बाबूलाल मेघवाल एवं वरिष्ठ छात्रों की तरफ से महाविद्यालय में सरस्वती माता की तस्वीर भेंट की गयी। बाबूलाल मेघवाल ने महाविद्यालय में आ रही समस्याओं से संयुक्त निदेशक संस्कृत शिक्षा विभाग को अवगत करवाया। एवं शीघ्र समाधान का निवेदन किया। इस दौरान नोडल अधिकारी जगदीश बागड़ी, स्थानीय विद्यालय के प्राचार्य राजूलाल सफेला, प्रधानाध्यापक अर्चना शर्मा, भानू शर्मा, पूनम शर्मा, किशन वर्मा एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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