प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सागर पहुंच गए हैं. उन्होंने संत रविदास मंदिर का शिलान्यास और भूमिपूजन किया. इसके बाद वे सभा स्थल पहुंचे. यहां संत रविदास के वंदन के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ. पीएम मोदी ने संत रविदास को श्रद्धांजलि दी. उनके साथ राज्यपाल मंगूभाई पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान भी थे. राज्यपाल पटेल और सीएम शिवराज ने पीएम मोदी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. पीएम मोदी को यहां संत रविदास मंदिर की प्रतिकृति भेंट की गई. सीएम शिवराज ने संत रविदास की जीवनी भी पीएम मोदी को भेंट की. इसके बाद पीएम मोदी ने प्रदेश को चार हजार करोड़ रुपये की सौगात दी.
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि आज मैंने संत रविदास जी मंदिर का भूमि पूजन किया है. एक डेढ़ साल बाद में लोकार्पण करने भी आऊंगा. इसका मुझे पूरा विश्वास है. यहां से सामाजिक समरसता के नए युग की शुरुआत हुई है. इस मंदिर की ऐसे ेसे समय में नींव पड़ी है जब देश ने आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं. अगले 25 वर्षों तक अमृत काल हमारे सामने है. इस दौरान हमारी जिम्मेदारी है कि अपनी विरासत को आगे बढ़ाएं, अतीत से सबक लें. एक राष्ट्र के रूप में हमने हजारों सालों की यात्रा की है. इतने लंबे समय में समाज में बुराई आना स्वाभाविक है. यह भारतीय समाज की शक्ति है कि इन बुराइयों को खत्म करने के लिए संत धरती पर आते रहे हैं. संत रविदास ऐसे ही संत थे. उन्होंने तब जन्म लिया था जब मुगलों का शासन था. उस समय समाज उत्पीड़न से जूझ रहा था. वे समाज को बुराइयों से लड़ना सिखा रहे थे. उन्होंने कहा था पराधीनता पाप है.
सीएम शिवराज ने इस मौके पर संत रविदास के जयकारे लगवाए. उन्होंने जगह की व्यवस्था न करने के लिए जनता से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि आज का दिन सौभाग्य का दिन है. संत रविदास का अलौकिक मंदिर यहां बन रहा है. यह भी हमारा सौभाग्य है कि उसके शिलान्यास और भूमिपूजन के लिए पीएम मोदी यहां उपस्थित हैं. इस मंदिर से आने वाली पीढ़ियां उन्हें जानेंगी और उनके मार्ग पर चलेंगी. सीएम ने पीएम मोदी की तुलना संत की रविदास से तुलना की. उन्होंने जनता के लिए अन्न की व्यवस्था की. पीएम आवास, उज्ज्वला, शौचालय की व्यवस्था की. कोविड में 140 करोड़ लोगों की जान बचाई. जो रविदास ने कहा वो मोदी कर रहे हैं. हमें गर्व है ये कहते हुए एक करोड़ तीस लाख गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं. बीना में पचास हजार करोड़ का निवेश आने वाला है. 20 लाख एकड़ जमीन में सिंचाई होगी. यहां की भूमि पंजाब-हरियाणा को मात देगी. अंग्रेजों के कानून बदले जा रहे. अगर मासूम बिटिया के साथ कोई दुराचार करेगा, तो सीधा फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा.
गौरतलब है कि, संत रविदास मंदिर 11 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा. यहां कला संग्रहालय भी होगा. इस पर 100 करोड़ रुपये खर्च होगा. इस योजना में मंदिर, इंटरप्रिटेशन म्यूजियम, लाइब्रेरी, संगत हाल, कुंड, भक्त निवास, फूड कोर्ट का निर्माण किया जाएगा. यह मंदिर 10 हजार वर्ग फुट में नागर शैली से पत्थरों का बनाया जाएगा. संस्कृति एवं रचनात्मक विशेषताओं के साथ 14 हजार वर्ग फुट में इंटरप्रिटेशन म्यूजियम बनाया जाएगा. इंटरप्रिटेशन म्यूजियम में 4 गैलरियां बनाई जाएंगी.
पहली गैलरी में संत रविदास के जीवन का प्रदर्शन होगा. दूसरी गैलरी में संत रविदास के भक्त मार्ग तथा निर्गुण पंथ में योगदान का प्रदर्शन होगा. तीसरी गैलरी में संत रविदास के दर्शन का विभिन्न मतों पर प्रभाव और रविदासिया पथ का प्रदर्शन किया जाएगा. चौथी गैलरी में संत रविदास की काव्योचित, साहित्य एवं समकालीन विवरण का प्रदर्शन किया जाएगा. इसके अलावा, इसमें आधुनिक सुविधाओं से युक्त लाइब्रेरी एवं संगत हाल बनाया जाएगा. लाइब्रेरी एवं संगत हाल में संत रविदास के भक्ति मार्ग एवं दार्शनिक विचारों के सभी साहित्य उपलब्ध होंगे. संत रविदास मंदिर के समीप बनाया प्रतीकात्मक जल कुंड भी बनाया जाएगा.
यहां श्रद्धालुओं को ठहराने के लिए 12000 स्क्वायर फीट में भक्त निवास का निर्माण किया जाएगा. यहां पर श्रद्धालुओं के ठहरने की सर्व सुविधा युक्त व्यवस्था होगी. भक्त निवास में 15 कमरे वातानुकूलित और 50 लोगों के ठहरने के लिए डोर मेट्री का किया निर्माण किया जाएगा. पीएम मोदी सागर दौरे के दौरान 4000 करोड़ की सौगात देंगे. वे 2475 करोड़ रुपये के करीब की लागत से विकसित रेल मार्ग के दोहरीकरण का लोकार्पण करेंगे. पीएम मोदी 1580 करोड़ रुपये के करीब लागत से बनी सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे.
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