राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार राजस्थान राज्य संस्कृत शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, महापुरा जयपुर द्वारा दौसा जिला मुख्यालय पर संचालित पंडित नवल किशोर शर्मा राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय दौसा में षड्-दिवसीय संस्कृत विषयक पाठ्यक्रम आधारित गैर-आवासीय शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन हुआ था, जिसका समापन शनिवार को किया गया। समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ0 गोपाल लाल जाट संभागीय संस्कृत शिक्षा अधिकारी जयपुर संभाग जयपुर रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिविर प्रभारी श्री प्रकाश चंद शर्मा प्रधानाचार्य पंडित नवल किशोर शर्मा राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय दौसा ने की। इस अवसर पर दक्ष प्रशिक्षक के रूप में रामकेश मीणा प्रधानाचार्य एवं अवधेश कुमार शर्मा प्रधानाचार्य रहे विशिष्ट अतिथि के रूप में गिर्राज प्रसाद मीणा प्रधानाचार्य रहे कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापक दिनेश कुमार शर्मा ने किया। आगन्तुक अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर समापन कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ गोपाल लाल जाट ने सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्कृत सरल भाषा है और सरकार द्वारा संस्कृत के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। अब सभी जिलों में शास्त्री संस्कृत महाविद्यालय भी खोले दिए गए हैं ऐसे में संस्कृत विद्यालयों में वरिष्ठ उपाध्याय उत्तीर्ण करने वाले बालक बालिकाओं का आधिकाधिक नामांकन व प्रवेश संस्कृत विद्यालयों में करवाने हेतु प्रयास करना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि शिक्षक प्रशिक्षण का उद्देश्य अध्यापन में नवीनता लाने का होता है और सरकार द्वारा आयोजित इन प्रशिक्षकों के माध्यम से निश्चित रूप से अध्यापन शैली में नवीनता आएगी। राजस्थान सरकार द्वारा शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए इस तरह के शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता है और बालकों में प्रभावी शिक्षण हो सके तभी इन शिक्षक प्रशिक्षणों की उपयोगिता सिद्ध होती है, ऐसे में सभी शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने पदस्थापित विद्यालयों में जाकर बालकों को प्रभावी एवं रुचिपरक शिक्षण कराया जाना चाहिए। शिविर प्रभारी प्रकाश चंद शर्मा प्रधानाचार्य ने बताया कि संस्कृत विद्यालय भी सामान्य शिक्षा विभाग के विद्यालयों की तुलना में कम नहीं है और राजस्थान सरकार द्वारा शिक्षा विभाग के विद्यालयों में संचालित की जाने वाली योजनाओं के साथ-साथ शिक्षकों के लिए सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयास संस्कृत शिक्षा विभाग में भी निदेशालय संस्कृत शिक्षा स्तर पर किए जाते हैं इसी के अंतर्गत संस्कृत शिक्षा विभाग ने विभागीय शिक्षकों के लिए शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। शिविर के व्यवस्थापक विकास तिवाड़ी ने बताया कि दिनांक 7 अगस्त से 12 अगस्त तक आयोजित हुए इस शिक्षक प्रशिक्षण के प्रथम चरण में संस्कृत शिक्षा विभागीय 40 संस्कृत शिक्षकों संस्कृत विषयक आधारित पाठ्यक्रम को पढ़ाने विधाओं के बारे में, पाठ्यपुस्तक को पढ़ाने के सरल व रूचिकर तरीको के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है। संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा इस वर्ष संस्कृत व सामान्य विषयों के शिक्षक प्रशिक्षण आयोजित करवाये जा रहे है। इससे शिक्षण में नवाचार होगा व अध्यापकों में उत्साह का संचार होगा और इसका सकारात्मक परिणाम विद्यालयो में बालकों के शिक्षण में नजर आएगा।