कट्स संस्थान द्वारा सतत उपभोग की जीवन शैली एवं संस्कृति विकसित करने हेतु परियोजना के तहत हितधारक संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन होटल महाराजा, भीलवाड़ा में किया गया। कार्यक्रम में गौरव चतुर्वेदी, कार्यक्रम सहयोगी, कट्स संस्थान ने अपने उद्बोधन में बताया कि सतत उपभोग एवं उत्पादन के विषय में भारत में और विशेष रूप से राजस्थान में बहुत कार्य करने की आवश्यकता है। वर्तमान में उपभोक्ताओं के उपभोग करने के तरीकों में बहुत बढ़ावा आया है, जिसका पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है साथ ही नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए कट्स विगत कई वर्षों से सतत उपभोग के क्षेत्र में कई अध्ययन और परियोजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है। राजस्थान राज्य में भी सतत उपभोग की संस्कृति को विकसित करने हेतु एक परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। राजदीप पारीक, कार्यक्रम अधिकारी कट्स इंटरनेशनल ने बताया कि राजस्थान ऐतिहासिक रूप से पर्यावरण संरक्षण के लिए जाना जाता है। इसी प्रकार वर्तमान में उपभोक्ताओं के व्यवहार में परिवर्तन करके प्रदूषण में कमी लाई जा सकती है। वर्तमान में शहरी निकाय शहरों में उत्पन्न होने वाले अत्यधिक कचरे के निस्तारण की समस्या से जूझ रहे हैं। ठोस कचरा, प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट आदि शहरी निकायों के लिए समस्या बन गए हैं। खेती के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हानिकारक रासायनिक खादों का उपयोग बढ़ रहा है। अनावश्यक भूजल के दोहन से शहरों का ग्राउंड वाटर बहुत नीचे चला गया है। राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के सहायक अभियंता रवि चंदेल ने बताया की बोर्ड द्वारा पर्यावरण प्रदूषण को लेकर कई जगह कार्यवाहियां की है, व जुर्माने भी लगाए है, व लगातार प्लास्टिक कचरे का वर्गीकरण कर बेस्ट आउटपुट निकालने के प्रयास भी किए जा रहे है, साथ उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा में भी राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाता है, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से पूजा मौर्य, सहायक अभियंता ने स्वच्छ पेयजल की उचित आपूर्ति के बारे में विस्तार से बताया साथ ही बताया कि राजस्थान में पीने के पानी की कमी है और बारिश के पानी का उपयोग करने के तरीके बताए, साथ ही शिकायत करने के लिए 181 हेल्पलाइन की जानकारी दी, नगर परिषद भीलवाड़ा के सहायक अभियंता पुष्पेंद्र सिंह ने नगर निकाय द्वारा स्वच्छता एवं ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया, कट्स मानव विकास केंद्र के केंद्र समन्वयक गौहर महमूद एवं मदन गिरी गोस्वामी, वरिष्ठ कार्यकर्म अधिकारी ने कट्स द्वारा किए जा रहे कार्य के बारे में जानकारी दी, कार्यक्रम में चुरिया मुरिया संस्थान, नेहरू युवा केंद्र, विश्वाश फाउंडेशन, अपना संस्थान, विकास धारा संस्थान, उपभोक्ता अधिकार समिति, विद्या ज्योति फाऊंडेशन, गरिमा फाउंडेशन, सोहेल शिक्षा समिति, बाल व महिला चेतना समिति, श्रीराम निरामया हेल्थ केयर, उपभोक्ता कल्याण समिति, बायएफ संस्थान, रचना विकास संस्थान, आशा किरण केंद्र अध्यापिकाओं ने भाग लिया।
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