बाड़मेर में घरेलू आटा चक्की में करंट आने से एक ही परिवार के दो बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो गई। घटना बाड़मेर जिले के शिव थाना अंतर्गत आरंग गांव के पास रामदेवपुर की है। घटना की सूचना मिलने के बाद डिप्टी एसपी अनिल सारण और शिव थानाधिकारी चुन्नीलाल ने मौके पर पहुंचकर हादसे की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चों का पिता अपने साले और बच्चों के मामा का इलाज करवाने के लिए दिल्ली एम्स गया हुआ है। हादसे में दो नवासों और अपनी बेटी से मिलने आए बच्चों के नाना की भी करंट के चपेट आने से मौत हो गई। हादसे के वक्त चारों के अलावा लकवा से ग्रसित बच्चों का दादा ही घर पर था। दादा चलने फिरने में असमर्थ है। जिसके चलते वह करंट की चपेट में आने से बच गया।
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद के अनुसार शिव क्षेत्र में आरंग के रामदेवपुरा गांव निवासी अर्जुन सिंह कुछ काम से दिल्ली गया हुआ था। उनके घर में लकवाग्रस्त पिता पत्नी, दो बच्चे और ससुर था। रात को साढ़े नौ बजे आटा चक्की से पहले महिला छैलू कंवर (30) करंट की चपेट में आ गई। मां को करंट की चपेट आया देखकर महिला के दो बच्चे जसराज (5 ) और (8 साल) भागकर पहुंचे और मां के साथ चिपक गए। तभी अर्जुन सिंह के ससुर और महिला के पिता हठे सिंह (60) निवासी सरगिला गडरा रोड़ उनको करंट से छुड़वाने के लिए गए। तो वो भी करंट की चपेट में आ गए। इससे चारों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के वक्त इन चारों के अलावा अर्जुन सिंह का पिता भी था। लेकिन वह लकवा ग्रस्त होने के कारण चलने-फिरने में असमर्थ है। ऐसे में पड़ोसियों को जब घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने डिस्कॉम को फोन कर बिजली सप्लाई बंद करवाई और पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद रामसर वृताधिकारी अनिल सारण, शिव थानाधिकारी चुन्नीलाल और तहसीलदार, एसडीएम मौके पर पहुंचे और हादसे की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
हादसे को लेकर ग्रामीणों ने डिस्कॉम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली डिस्कॉम द्वारा सिंगल फेज की लाइन के साथ 3 फेज हाई वोल्टेज की लाइन एक ही पोल पर लगाई गई है। जिसके चलते घरेलू कनेक्शन में हाई वोल्टेज करंट आ जाता है। इसी के चलते यह हादसा हो गया और इसमें चार लोगों की जान चली गई।
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