नाबालिग किशोरी की मौत पर जिला अस्पताल में परिजनों का विरोध प्रदर्शन,परिजनों का आरोप समय पर नहीं सँभालने व ट्रॉली नहीं मिलने से गई जान
Trending News | August 21,2023 | 01:27 PM | DESK HP NEWS | 118
दौसा जिला अस्पताल में इलाज के दौरान नाबालिक किशोरी की मौत होने पर परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया और चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए लापरवाही का आरोप लगाया। गौरतलब है कि आभानेरी निवासी नाबालिग़ किशोरी की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे दौसा जिला अस्पताल में रविवार को सुबह भर्ती कराया गया जहां पर फ्लैट रेट कम होने की वजह से उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। परिजनों का आरोपी की बार-बार वार्ड इंचार्ज को तबीयत खराब होने की जानकारी दी गई उसके बावजूद भी उसने डॉक्टर को नहीं बुलाया। ना ही इमरजेंसी में ले जाने के लिए ट्रॉली दी ना ही ट्रॉली मेन को बुलाया। जिसके चलते चलते तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर परिजनों ने ही नाबालिक किशोरी को इमरजेंसी में अपने कंधे पर इमर्जेंसी ईकाई में ले जाकर दिखाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत्यु घोषित कर दिया। जिस पर परिजनों का सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने इमरजेंसी के मुख्य द्वार पर धरना दिया गया और चिकित्सकों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। सूचना पर पहुंची कोतवाल श्वेता पाठक मय जपते के साथ पहुंची। मृतका के परिजनों को समझाईश की गई और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। इस पर परिजनों ने पुलिस की बात को मानते हुए। पुलिस ने भी परिजनों की इच्छा अनुसार शव का पोस्टमार्टम नहीं कराकर परिजनों को सुपुर्द कर मामले का पटाक्षेप कर दिया। इस पूरे मामले में देखने वाली बात यह की जिला अस्पताल में आये दिन ट्रॉलीमैन नहीं मिलने व ट्राली नहीं मिलने से कई लोगों की जान पर बनी रहती है. उसके बावजूद भी अस्पताल प्रशासन इस और ध्यान नहीं देते। सूत्रों ने यह भी बताया कि कुछ ट्रॉली मैन को नर्सिंग का कार्य कराया जा रहा है जबकि काम उनका ट्रॉली खींचना है लेकिन ऐसे में कई मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। लेकिन अस्पताल प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि दोसा जिला का सबसे बड़ा अस्पताल है और चिकित्सा मंत्री भी जिले के होने के बावजूद भी हालत बद से बत्तर हो गए हैं। अब यह तो आने वाला वक्त ही बताया कि अस्पताल प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है या फिर ऐसे ही लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करता रहेगा यह देखने वाली बात होगी।