प्रदेश में जहां एक और महिलाओं व बालिकाओं पर दुष्कर्म अत्याचार हो रहे हैं। उनमे कमी लाने के लिए , महिलाओं उत्पीड़न को रोकने के लिए सरकार द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया है। उसी को लेकर दोसा जिले में समस्त स्कूल में अध्यापक अध्यापिकाओं को दोसा जिला मुख्यालय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसमें मास्टर टर्नरों के द्वारा शिक्षकों को गुड टच बेड टच के बारे में बताया जा रहा है और यह जाकर अपने विद्यालय में छात्रों को विशेष तौर छात्राओं को गुड टच बेड टच के बारे में बताएंगे। शिक्षा विभाग के सचिव नवीन महाजन के निर्देश पर पूरे प्रदेश भर में जिला मुख्यालय पर सभी स्कूलों के शिक्षकों को गुड टच बेड टच को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के 1476 स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वह 26 अगस्त को पूरे प्रदेश में एक साथ आयोजित गुड टच बैड टच के अभियान में अपने विद्यालय में उपस्थित छात्र-छात्राओं को गुड टच बैड टच के बारे में बता कर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जा सके। इसी को लेकर यह प्रशिक्षण दिया गया है। एपीसी रंगलाल मीणा ने बताया कि बच्चों को भावनात्मक ज्ञान के लिए गुड टच बैड टच के बारे में उनके शिक्षकों को आज प्रक्षिशण दिया जा रहा है ताकि प्रदेश में क्राइम कंट्रोल किया जा सके। जिले के करीब 1500 शिक्षकों को यह प्रक्षिशण दिया जा रहा है। जिले के समस्त ब्लॉकों को चार बैच में बांटा गया है जिसमें प्रथम बीच में बांदीकुई , सिकराय व नांगल राजावतान है। द्वितीय बैच में महुआ बसवा बैजूपड़ा, तृतीय बैच में लालसोट और रामगढ़ पचवारा व अंतिम चौथ बैच में दौसा लवण और सिकंदरा के शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है और यह सभी शिक्षक 26 अगस्त को जिले के प्रत्येक स्कूलों में गुड टच बैड टच के बारे में बताएंगे। ताकि बच्चे बेखुदी गुड टच बेड़ टच के बारे में समझ सके और भावात्मक ज्ञान हो सके ताकि उनके स्पर्श से उन्हें मालूम चल सके कि कौन उन्हें सही स्पर्श कर रहा है कौन गलत स्पर्श रहा है इस स्पर्श से वह उसका सामना कर सकती है और इसके बारे में क्या-क्या हेल्प लेनी है इसके बारे में प्रक्षिशण में सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।