केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को जयपुर में पार्टी की राजस्थान इकाई के नेताओं के साथ आगामी विधानसभा चुनाव पर चर्चा की। इस बीच चर्चा है कि भाजपा दो केंद्रीय मंत्रियों को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रही है। दरअसल, भाजपा ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार अन्य सांसदों को जगह दी है।
करीब तीन घंटे तक चली बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, वसुंधरा राजे सिंधिया, राजेंद्र राठौड़, सतीश पूनिया, अरुण सिंह, विजया राहटकर, सह प्रभारी नितिन पटेल, गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भाग लिया। बताया गया है कि बैठक के दौरान प्रदेश भाजपा के नेताओं से फीडबैक लिया गया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेताओं शाह और नड्डा ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ बैठक की, जो करीब 15 मिनट तक चली। इसके बाद दोनों वरिष्ठ नेताओं ने निर्वाचन क्षेत्रों और चुनावी रणनीति पर चर्चा की। हाल ही में संपन्न हुई परिवर्तन यात्रा पर भी फीडबैक लिया गया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि नड्डा और शाह ने बीएल संतोष, प्रह्लाद जोशी, नितिन पटेल और अरुण सिंह के साथ अगले दौर की बैठक की, जिसमें कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर भी मौजूद थे। सूत्रों ने कहा, नेताओं ने इस बात पर मंथन किया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मेवाड़, वागड़, शेखावाटी, हाड़ौती, मारवाड़ क्षेत्रों और पूर्वी राजस्थान में अधिकतम सीटें कैसे जीती जाएं।
सूत्रों ने कहा, बैठक में संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन सर्वोपरि होना चाहिए और सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल समेत कुछ अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।
अमित शाह और जीपी नड्डा चुनावी रणनीति और आगामी कार्यक्रमों को लेकर अहम बैठकें लेंगे। बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद हैं। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश सहप्रभारी विजया राहटकर, सह प्रभारी नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद हैं।
अमित शाह और जेपी नड्डा सबसे पहले कोर ग्रुप की बैठक ले रहे हैं। इस बैठक में पिछले दिनों से लगातार मिल रही पार्टी की गुटबाजी को लेकर चर्चा हो रही है। आगामी विधानसभा चुनाव में गुटबाजी पार्टी के ऊपर ज्यादा असर नहीं हो, इसको लेकर सख्त संदेश दिया जा सकता है।
बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में हुई बैठक में अमित शाह ने प्रदेश के नेताओं को यह साफ संदेश दिया था कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी व्यक्ति के फेस पर चुनाव नहीं होगा। बल्कि पीएम मोदी के फेस पर चुनाव होगा, तब से ही यह माना जा रहा है कि स्थानीय नेताओं को पार्टी किसी भी तरह से चुनाव में ऐसी कोई बड़ी जिम्मेदारी खुले रूप से नहीं देगी, जिससे कि अंदाजा लगाया जाए कि उनके चेहरे पर चुनाव हो रहा है। भाजपा कोर कमेटी की बैठक में भाजपा की मौजूदा स्थिति के बारे में चर्चा की जाएगी। इस बैठक में भाजपा के उम्मीदवारों को लेकर भी विस्तार से चर्चा होगी। अगर परिस्थितियों अनुकूल रहीं तो निश्चित तौर पर भाजपा में होने वाली बगावत को रोका जा सकता है।
बताया जा रहा है कि भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की नाराजगी के बाद इन दिनों भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। पीएम मोदी की सभा में वसुंधरा राजे को जिस तरह से नजरअंदाज किया गया, उसके बाद स्थिति विस्फोटक नहीं बने, इसको काबू में करने के लिए इस बैठक में चर्चा संभव है। पार्टी के जानकार बता रहे हैं कि अमित शाह और जेपी नड्डा की इस बैठक में प्रमुख रूप से पार्टी की इसी आंतरिक गुटबाजी को खत्म करने की चर्चा होगी।
इस बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के बीच टिकटों को लेकर भी अंतिम रूप दिए जाने की चर्चा है, साथ ही हाल ही में निकाली गई परिवर्तन संकल्प यात्रा के फीडबैक के बाद अब चुनाव में किस तरह से पार्टी मैदान में उतरे, इसको लेकर भी अमित शाह और नड्डा मंत्र देंगे।
जेपी नड्डा और अमित शाह का दूसरे दिन गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय पर जाकर संघ के नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम प्रस्तावित है। टिकट वितरण से पहले संघ के नेताओं से बातचीत करने की चर्चाओं ने कई तरह के सियासी समीकरणों बल दिया है। इस बैठक में भाजपा के प्रदेश संगठन के महामंत्री रहे प्रकाश चंद गुप्ता के रहने की संभावना भी जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्रकाश चंद गुप्ता को प्रदेश संगठन की बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिन पहले जयपुर दौरे के दौरान पंडित दीनदयाल स्मारक पर संघ के लोगों से चर्चा हुई थी।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करीब दो महीने पहले जयपुर प्रदेश कार्यालय आए थे। वहीं, अमित शाह करीब दो साल बाद प्रदेश कार्यालय आ रहे हैं। दोनों प्रमुख नेताओं के स्वागत के लिए बीजेपी कार्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया है। बीजेपी प्रदेश कार्यालय के मुख्य दरवाजे को फूलों की मालाओं के साथ ही अशोक के पत्तों की बांधनवार से सजाया गया है। दरवाजा खुलते ही गार्डन के सहारे रेलिंग पर फूलों की मालाएं तथा पत्तियां की बांधनवार और दोनों तरफ रंगोली सजाई गई हैं। पोर्च के बाहर गार्डन के सामने फूलों की पंखुड़ियों से कमल का फूल बनाया गया है। इसके बाद मुख्य पोर्च तथा बिल्डिंग के सहारे आकर्षक रंगोली सजाई गई है। केंद्रीय गृहमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष के दौरे को देखते हुए सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दोपहर बाद से ही पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं और नेताओं के अंदर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। चुनिंदा नेताओं को पास के जरिए अंदर जाने की अनुमति है, पार्टी कार्यालय को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
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