राजस्थान के सिरोही के भादरवी पूनम मेले में समीपवर्ती गुजरात के अंबाजी मंदिर में प्रसाद को तैयार करने के लिए अमूल ब्रांड के लेबल वाले घी का प्रयोग किया गया था। लेकिन वह जांच में नकली पाया गया है। इस पर संबंधित कैटर्स संचालक को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, घी सप्लायर्स फर्म संचालक फरार हो गया।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से अब तक मिली जानकारी के अनुसार कैटर्स फर्म द्वारा यह घी अहमदाबाद की फर्म से सप्लाई किया गया था। देश के शक्ति पीठों में शामिल अंबाजी का मोहनथाल फिर सुर्खियों में आ गया है, इस बार इसकी वजह नकली घी है। अंबाजी में आयोजित भादरवी पूनम मेले के दौरान श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद बनाने का काम मोहिनी कैटर्स को दिया गया था। मोहिनी कैटर्स द्वारा मोहनथाल प्रसाद के निर्माण में इस्तेमाल किए गए घी के नमूने जांच में फर्जी पाए गए हैं। जांच के दौरान कैटर्स के यहां से 180 किलो नकली घी मिला था। इस पूरे मामले को लेकर साबर डेयरी ने कैटरिंग फर्म के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इस नकली घी को अमूल ब्रांड के लेबल वाले डिब्बों में पैक किया गया था।
पुलिस के अनुसार, बनासकांठा जिले के अंबाजी मंदिर में मोहनथाल प्रसाद तैयार करने के लिए नकली घी की आपूर्ति करने के आरोप में मोहिनी कैटर्स कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। कंपनी ने 'अमूल' का लेबल लगे नकली घी की आपूर्ति की थी। अधिकारियों ने कहा कि गुजरात खाद्य एवं औषधि नियंत्रण प्रशासन (जीएफडीसीए) ने अंबाजी मंदिर में आरोपी कंपनी की ओर से आपूर्ति किए गए घी के नमूने एकत्र किए थे। वे नमूने प्रयोगशाला परीक्षण के दौरान आवश्यक गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में विफल रहे।
पुलिस के अनुसार, इस मामले मोहिनी कैटर्स के संचालक अहमदाबाद निवासी जतिन शाह को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। पूछताछ में सामने आया कि फर्म द्वारा अहमदाबाद की नीलकंठ ट्रेडर्स के दुष्यंत सोनी से यह तीन सौ किलो घी खरीदा गया था। उसमें से 120 किलो का उपयोग भी हो गया था। मामले की आगे की जांच जारी है।
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