माफिया अतीक अहमद और अशरफ शूटआउट के बाद अब माफिया के अवैध साम्राज्य पर ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है. ईडी ने अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. प्रवर्तन निदेशालय ने विवेचना लखनऊ ट्रांसफर होने से पहले यह चार्जशीट दाखिल की है. इसके साथ ही माफिया अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज मनी लांड्रिंग केस में अन्य आरोपियों की अवैध संपत्तियों की भी जांच जारी रही है.
बता दें कि उमेश पाल और दो सरकारी गनर हत्याकांड में नामजद माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार है. उस पर प्रयागराज पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा है. शाइस्ता के खिलाफ देश छोड़कर भागने की आशंका के चलते लुक आउट नोटिस भी जारी है. ईडी ने लगभग तीन साल पहले माफिया अतीक अहमद के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था. करीब 20 महीने पहले हुई एक कार्रवाई को छोड़कर ईडी अभी तक अतीक अहमद के मामले में शांत बैठी हुई थी.
ईडी ने नवंबर 2021 में प्रयागराज के फूलपुर इलाके में अतीक अहमद की 8 करोड़ रुपए की एक संपत्ति जब्त की थी. यह प्रॉपर्टी अतीक की पत्नी शाइस्ता के नाम पर साढ़े चार करोड़ रुपए में खरीदी गई थी. इसके अलावा ईडी ने अतीक और उसके परिवार के साथ ही कंपनियों के कई बैंक खाते भी सीज कराए थे. अतीक अहमद और उसके परिवार से जुड़े लोगों के 13 बैंक खाते सीज किए गए थे. इन बैंक खातों में सवा करोड़ रुपए से ज्यादा जमा थे. अतीक अहमद के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच ईडी की प्रयागराज यूनिट से लखनऊ ट्रांसफर कर दी गई है.
आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई थी. अतीक अहमद की हत्या से पहले ईडी ने शहर के कई बिल्डरों समेत अतीक के कई करीबियों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में करोड़ों के लेनदेन के दस्तावेज बरामद हुए थे. इसके अलावा कुछ आभूषण भी बरामद किए थे. ईडी ने दूसरी बार की छापेमारी में कुछ अन्य बिल्डरों पर भी गाज गिराई थी. शहर के कई नामी बिल्डरों से भी माफिया अतीक अहमद का कनेक्शन सामने आया था. अतीक के नाम की बेनामी संपत्तियों पर अब कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
इसके अलावा ईडी ने माफिया अतीक अहमद की 100 करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्तियों को चिन्हित किया है. ये बेनामी संपत्तियां प्रयागराज, लखनऊ और नोएडा में चिन्हित की गई हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रयागराज में चिन्हित संपत्ति की अनुमानित कीमत तकरीबन 50 करोड़ है, जबकि लखनऊ की चिन्हित संपत्ति की कीमत बीस करोड़ और नोएडा में चिन्हित संपत्ति की कीमत तीस करोड़ बताई जा रही है.
चिन्हित की गई संपत्ति को माफिया अतीक ने अपने करीबियों के नाम दर्ज कराया था. अतीक के करीबियों के घर पर 12 अप्रैल को ईडी की छापेमारी में मिले दस्तावेजों के आधार पर यह खुलासा हुआ है. ईडी अब चिन्हित की गई संपत्तियों का राजस्व विभाग से सत्यापन करा रही है. जिसके बाद मनी लांड्रिंग के तहत संपत्तियों को ईडी की अटैच करने की कार्रवाई करेगी.
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने अतीक अहमद के 10 करीबियों व आर्थिक मददगारों को समन भेजा था. इनमें समाजवादी पार्टी के रसूखदार नेता और पूर्व विधायक आसिफ जाफरी का भी नाम शामिल है. आसिफ जाफरीकौशांबी की चायल सीट से साल 2012 में बीएसपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. हाल में ही आसिफ जाफरी का बीमारी के चलते निधन हो गया है.
इसके अलावा अतीक अहमद के खजांची रहे सीताराम शुक्ल, सीए शबी अहमद, वकील खान सौलत हनीफ, फाइनेंसर खालिद जफर, बिल्डर संजीव अग्रवाल, कारोबारी दीपक भार्गव, बिल्डर काली उसके भाई मोहसिन और वदूद अहमद को समन जारी किया गया है. ईडी इन सभी को अलग-अलग तारीखों पर बयान दर्ज करने के लिए बुलाएगी. पूछताछ के बाद उनकी भूमिका गंभीर होने पर ईडी उनकी गिरफ्तारी भी कर सकती है.
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.