सुप्रीम कोर्ट के कामकाज में पारदर्शिता और तेजी लाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को राष्ट्रीय न्यायिक डाटा ग्रिड का उद्घाटन किया. यह ग्रिड लंबित मामलों की पहचान, प्रबंधन और कम करने के लिए एक निगरानी उपकरण के रूप में काम करेगा. साथ ही मामलों के निपटान में देरी को कम करने के लिए नीतिगत निर्णय लेने के लिए समय पर इनपुट प्रदान करने के साथ-साथ लंबित मामलों को कम करने में मदद करेगा.
चीफ जस्टिस के मुताबिक इस ग्रिड के वेब पेज के जरिये अब सुप्रीम कोर्ट में लंबित कुल आपराधिक और सिविल मामलों की जानकारी आसानी से हासिल की जा सकेगी. वहीं, इस ग्रिड पर सुप्रीम कोर्ट में लंबित मुकदमों के रियल टाइम डेटा को अपलोड किया जा सकेगा. इसके बाद यहां पर सभी जानकारी आसानी से उपलब्ध रहेगी.
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट के काम में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा. अभी SC में 80 हजार से ज्यादा कुल केस लंबित हैं. CJI ने ग्रिड का ऐलान करते हुए कहा कि यह पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए है. उन्होंने कहा कि 80,000 मामले लंबित हैं लेकिन 15,000 मामले ऐसे हैं जोकि अभी तक पंजीकृत नहीं हैं, इसलिए वे अभी तक लंबित नहीं हैं. डाटा ग्रिड लॉन्च होने के बाद अब हमारे पास इसका ग्राफ उपलब्ध रहेगा.
उन्होंने कहा कि जुलाई में 5,000 से अधिक मामलों को निपटाया गया था. हमारे पास मामले के प्रकार और लंबितता के अनुसार वितरण है. 3 न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष 583 मामले लंबित हैं और जल्द ही उन पीठों का गठन किया जाएगा.
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