आतंकियों के साथ जम्मू कश्मीर के कोकरनाग इलाके में हुई मुठभेड़ में शहीद हुए डीएसपी हुमायूं भट्ट को बुधवार को सुपुर्दे खाक किया गया. उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग पहुंचे, लेकिन जब उनके पिता रिटायर्ड डीआईजी गुलाम हसन भट्ट शव के करीब जाने लगे तो उनके कदम डगमगा गए. अपने बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व था तो आंखों में आंसू भी थे. जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं के जनाजे में भारी हुजूम उमड़ा. हजारों लोगों के बीच फातिहा पढ़ा गया.
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ दो एनकाउंटर में 3 अफसर और दो जवान शहीद हुए जबकि एक जवान अभी लापता है. शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक डीएसपी शामिल हैं. हुमहामा के रहने वाले हुमायूं के शव को जब उनके घर लाया गया तो वहां माहौल गमगीन हो गया था. हुमायूं भट के पिता जब अपने बेटे के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने आए, तो उन्हें एक पुलिसकर्मी ने सहारा दिया. एक पल को लगा कि दुखी पिता कहीं गिर न जाएं. हुमायूं के पिता भी पुलिस अफसर रहे हैं. यह मंजर जिसने भी देखा उसकी आंखे नम हो गईं.
डीएसपी हुमायूं भट्ट के परिवार में उनकी पत्नी और दो महीने की बेटी है. उनकी शादी पिछले साल ही हुई थी. हुमायूं भट्ट की ज्यादा खून बहने से जान चली गई. इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित संगठन रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है. इसे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का शैडो ग्रुप माना जाता है. आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन मंगलवार शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे बंद कर दिया गया. बुधवार सुबह एक बार फिर कार्रवाई फिर शुरू की गई.
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