आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान की ओर से जयपुर में महर्षि दयानंद सरस्वती के 200वें जयंती वर्ष पर 23-24 सितंबर को आर्य महासम्मेलन होगा। कार्यक्रम राजस्थान कॉलेज ग्राउंड, जेएलएन मार्ग में होगा। इसमें शामिल होने कई देशों से आर्य जयपुर आएंगे। सम्मेलन में 200 बालक-बालिकाओं के यज्ञोपवीत संस्कार भी होंगे।
आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी डॉ. मोक्षराज ने बताया- इस महासम्मेलन में आर्य जगत के कई धार्मिक विद्वान और सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित लगभग 20000 आर्यजन उपस्थित होंगे। जिसमें अमेरिका, मॉरीशस, सूरीनाम, फ़िजी, ऑस्ट्रेलिया, गयाना, दक्षिणी अफ़्रीका आदि से भी शामिल होने जयपुर आ रहे है। साथ हीं अनेक आर्य विद्वान और नेता वर्चुअल जुड़ेंगे। इनमें डॉ. रमेश चंद्र गुप्ता अमेरिका से 22 को जयपुर पहुंच रहे हैं ।
डॉ. मोक्षराज ने बताया- सम्मेलन को एतिहासिक रूप देने के लिए 200 स्त्रियों और बालकों को यज्ञोपवीत संस्कार का लक्ष्य रखा है। आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती ने नर-नारी ब्राह्मण-शूद्र सभी मानवमात्र को वेद पढ़ने का अधिकार दिलाया था । इसलिए आर्यसमाजों की प्रान्त स्तरीय प्रतिनिधि संस्था आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान सभी कुल-वंशों के बालक बालिकाओं का यज्ञोपवीत संस्कार नि: शुल्क कराएगी।
महर्षि दयानंद सरस्वती ने अपने जीवनकाल में राजस्थान के कई दौरे किए। इसी क्रम में वे शाहपुरा, बनेडा, मसूदा, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जयपुर, भरतपुर, धौलपुर व करौली भी पधारे।
डॉ. मोक्षराज ने बताया कि इस महासम्मेलन में भी शाहपुराधीश के वंशज जसवंत सिंह को आमंत्रित किया गया है। साथ ही बनेडा से गोपाल चरण सिसोदिया, भिनाय की राजकुमारी जयेश्वरी देवी, मसूदा के राव दुष्यंत सिंह और राजकुमार दुर्जय सिंह आ रहे हैं ।
डॉ. मोक्षराज ने बताया- आर्यसमाज शुरू से ही छुआछूत और भेदभाव का विरोधी रहा है । इसलिए जड़ी बूटी और जंगलों की रक्षा करने वाले वनवासियों तथा समाज की मुख्यधारा से वंचित लोगों का इस सम्मेलन में न केवल सत्कार होगा । बल्कि उन्हें शिक्षा व रोज़गार के लिए सहयोग व मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया- नौकरी और बिजनेस से रिटायर्ड दो सौ वरिष्ठ नागरिकों को आर्य प्रचारक दीक्षा प्रदान करने की तैयारी की जा रही है। जो प्रदेश में समाजसेवा के कार्यों में लगेंगे।
महर्षि दयानंद सरस्वती ने हवन की विधि को सर्वसाधारण के लिए सरल व सुलभ कर दिया था । आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान द्वारा महर्षि दयानंद सरस्वती के जन्म की दूसरी शताब्दी के अवसर पर 200 कुंडों पर 1600 यजमान एक लाख आहूतियां देंगे।
आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान किशनलाल गहलोत ने बताया- इस महासम्मेलन में राजस्थान और गुजरात के राज्यपाल भी शामिल होंगे। साथ हीं एमडीएच के स्वामी राजीव गुलाटी और डॉलर फ़ाउंडेशन के प्रमुख दीनदयाल गुप्ता भी 23 सितंबर को सम्मेलन में भाग लेंगे। कार्यक्रम को भव्य और सफल बनाने के लिए राजस्थान कॉलेज ग्राउंड , जेएलएन मार्ग पर वाटरप्रूफ़ शामियाना और विशाल डोम लगाया जा रहा है ।
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