मतदान के दिन ही कांग्रेस पार्टी ने मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र के पांच पार्षद और पूर्व संयोजक विचार विभाग को निष्कासित कर दिया। राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने एक आदेश जारी करते हुए इन सभी को छह साल के लिए निष्कासित किया है। इनमें वार्ड 130 से पार्षद राजुला सिंह, वार्ड 134 से करण शर्मा, वार्ड 127 से कविता छबलानी, वार्ड 140 से अभिषेक सैनी, वार्ड 135 राजेश कुमार हैं।
साथ ही पीसीसी के पूर्व संयोजक विचार विभाग के वेदप्रकाश शर्मा को भी निष्कासित किया है। इन सभी को निष्कासित किए जाने का कारण पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होना बताया गया है। मतदान वाले ही दिन पार्टी की ओर से लिए गए निर्णय में सामने आया है कि इन सभी ने कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाया और वोट बैंक प्रभावित किया। मामले में जब भास्कर ने इन पार्षदों से बात की तो उन्होंने मालवीय नगर से कांग्रेस प्रत्याशी अर्चना शर्मा को इसका जिम्मेदार बताया। साथ ही कहा कि पार्टी ने एकतरफा निर्णय लिया, उनका पक्ष भी नहीं सुना गया। वहीं मामले में अर्चना शर्मा ने कहा कि उन्हें इस मामले में जानकारी नहीं है और पार्टी ने अपना फीडबैक लेकर ही ऐसा किया होगा।
प्रत्याशी की तानाशाही रही
पूर्व संयोजक, विचार विभाग पीसीसी वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि पिछले सालों में अर्चना शर्मा ने तानाशाह रवैया अपनाया है। हमारे साथ नाइंसाफी हुई है, जबकि हमेशा पार्टी के लिए तन-मन-धन से काम किया है। पार्टी का निर्णय मान्य है लेकिन वे बीजेपी में नहीं जाएंगे। यदि पार्टी हमारा पक्ष जानती तो बेहतर होता। हम निर्दलीय रह सकते हैं लेकिन पार्टी के विरोध में काम नहीं करेंगे।
आडियो-वीडियो प्रत्याशी के
निष्कासित पार्षद करण शर्मा ने कहा कि अर्चना शर्मा ने हमेशा गलत कामों का समर्थन किया। उनके ऑडियो-वीडियो वायरल होते रहे हैं और अब उनके इशारे पर ऐसी कार्रवाई किया जाना गलत है। इसकी जानकारी अशोक गहलोत सहित राहुल गांधी को दी जाएगी। हमने हमेशा पार्टी के समर्थन में काम किया है और अंतिम दिन तक कांग्रेस के समर्थन में वोट दिलाए हैं।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.