छत्तीसगढ़ में एक ओर नई सरकार को लेकर हलचल तेज हो गई है। रायपुर से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री पद की कवायद भी चल रही है। ऐसे में प्रदेश के डिप्टी सीएम रहे टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री पद के लिए डॉ. रमन सिंह और रेणुका सिंह को अपनी पसंद बताया है।
अंबिकापुर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मैं हारकर मैदान नहीं छोड़ूंगा। चुनाव पूर्व मैने कहा था कि यह मेरा अंतिम चुनाव होगा। मैं सारे बयानों को वापस लेता हूं। सिंहदेव ने जीत के लिए भाजपा को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि जनमत का संपूर्ण आदर करते हुए उसे स्वीकार करते हैं।
अंबिकापुर में कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करते टीएस सिंहदेव।
जानिए....सरकार बदलने के बाद आज प्रदेश में क्या हो रहा है....
बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी मनसुख मांडविया और नितिन नबीन रविवार से ही रायपुर में हैं। वो सभी नेताओं और नव निर्वाचित विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं। प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव भी नए विधायकों से मिल रहे हैं। दूसरी तरफ, कांग्रेस की सरकार जाते ही इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है।
प्रदेश के महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस्तीफा देने के घंटे भर के बाद ही राज्यपाल को अपना रिजाइन भेज दिया। उन्होंने लेटर में मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट के साथ ही अफसरों को भी धन्यवाद दिया है। सरकार बदलतते ही मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ आधा दर्जन अफसरों की छुट्टी कर दी गई है।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव और नवनिर्वाचित विधायक अनुज शर्मा।
अरुण साव से मिले नव निर्वाचित विधायक अनुज शर्मा
धरसींवा सीट से बीजेपी के टिकट पर जीतकर विधायक बने अनुज शर्मा ने बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष और लोरमी से जीतने वाले अरुण साव से मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे को जीत और पार्टी की सरकार बनने की बधाई दी।
अरुण साव को जीत की बधाई देती महिला मोर्चा कार्यकर्ता।
CM सचिवालय से आधा दर्जन अफसरों की छुट्टी
कांग्रेस की सरकार जाते ही मुख्यमंत्री सचिवालय से आधा दर्जन अफसरों हो हटा दिया गया है। सामान्य प्रशान विभाग ने तत्काल प्रभाव से इन अफसरों की सेवाएं वापस लेने का आदेश जारी किया है। सीएम हाउस से जिन आधा दर्जन अफसरों को हटाया गया है उनमें मुख्यमंत्री के 4 OSD और 2 निज सचिव हैं।
भूपेश के बाद महाधिवक्ता का इस्तीफा
भूपेश बघेल ने कल रात को ही राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था। इसी के ठीक घंटे भर बाद ही छ्तीसगढ़ के महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा ने भी राज्यपाल को अपना रिजाइन भेज दिया। उन्होंने लेटर में मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट के साथ ही अफसरों को भी धन्यवाद दिया है।
महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा ने इस्तीफे में क्या लिखा...
स्वस्थ परंपरा के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं
महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा ने रिजाइन लेटर में लिखा- मैं महाधिवक्ता पद से इस्तीफा दे रहा हूं। एक स्वस्थ परंपरा के रूप में इस्तीफा दे रहा हूं, ताकि नए मुख्यमंत्री के लिए अधिवक्ता के पद पर नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो सके।
सीएम और उनकी कैबिनेट का धन्यवाद
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल के साथियों से जो सहयोग मुझे मिला, उसके लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं। राज्य के हितों की रक्षा के लिए अफसरों की टीम ने भी भरपूर सहयोग दिया।
आलोक शुक्ला संविदा नियुक्ति पर प्रमुख सचिव के रूप में काम कर रहे हैं।
संविदा प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने खाली किया बंगला
सूत्रों से पता चला है कि संविदा नियुक्ति पर प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला आज अपना इस्तीफा प्रदेश के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को भेज सकते हैं। इससे पहले उन्होंने देवेंद्र नगर ऑफिसर कॉलोनी में मिले अपने बंगले को खाली कर दिया है। सूत्रों की माने तो डॉ आलोक शुक्ला दो ट्रकों के जरिए बंगले का सामान लेकर टेमरी स्थित अपने निजी आवास में शिफ्ट हो गए हैं।
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