जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों की फायरिंग में घायल जयपुर के दंपती को जम्मू स्थित मेडिकल कॉलेज में इलाज के बाद शिफ्ट किया गया है। पति तबरेज खान (सनी) को आंख के इलाज के लिए चेन्नई के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि पत्नी फरहा खान को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर लाया गया है। यहां एक्स-रे के साथ ही उनके कंधे का सिटी स्कैन करवाया गया है।
हड्डी रोग विशेषज्ञ और ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया- मुख्यमंत्री के आदेशानुसार फरहा खान का SMS हॉस्पिटल में चेकअप किया गया है। उन्हें सबसे अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश हैं। उनके बुलेट (गोली) के घाव का परीक्षण किया गया। फिलहाल फरहा की तबीयत स्थिर है। उनका एक्स-रे और सिटी स्कैन करवाया गया है, ताकि उनके कंधे की स्थिति को देखा जा सके।
कंधे की ड्रेसिंग की, परिजन ले गए घर
डॉक्टर अनुराग धाकड़ ने बताया- दाहिने तरफ गोली लगने से फरहा के कंधे में चोट आई थी। उनकी हड्डी भी क्रैक हो गई थी। जम्मू के आर्मी हॉस्पिटल में ऑपरेशन कर कंधे के पास प्लेट डाली गई थी।
उन्होंने बताया- एक्स-रे और सिटी स्कैन में सभी चीजें नॉर्मल आने के बाद उनके कंधे की ड्रेसिंग करके दोबारा प्लास्टर लगाया गया है। मरीज को ऑब्जर्वेशन के लिए भर्ती रहने के लिए कहा, लेकिन बच्चे छोटे होने के कारण परिजनों ने मना कर दिया। परिजन स्वेच्छा से उन्हें घर ले गए हैं। उनको उनके घर पर ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। हमने मरीज को 10 दिन बाद फॉलोअप के लिए हॉस्पिटल आने को कहा है और जरूरी दवाइयां दे दी हैं।
मेरी अपील- मेरे पति को आंख डोनेट की जाए
फरहा खान ने बताया- हम 18 तारीख को घूमने गए थे। घूमने के बाद रात को हम जैसे ही खाना खाने होटल पहुंचे। पूरी फैमिली धीरे-धीरे अंदर जा रही थी। मैं और मेरे पति सबसे आखिर में थे। बाइक पर आए आतंकियों ने गोली चलाई। पहले मेरे पति को गोली लगी और फिर मुझे लगी। मेरा बेटा मेरे साथ था। उसने जैसे ही गोली चलते देखा तो डर से भागकर कुर्सी के पीछे छुप गया। मेरी बेटी अपने बड़े पापा के साथ अंदर चली गई थी।
गोली लगने के बाद मैं अपने पति को बचाने गई तो एक गोली मुझे और लगी। मैं मेरे पति से कुछ दूरी पर गिर गई। उसके बाद मुझे ज्यादा होश नहीं था। हमारे दोनों के शरीर से खून निकल रहा था। इसके बाद परिजनों ने मुझे और मेरे पति को अस्पताल पहुंचाया, जहां ड्रेसिंग के बाद हमें आर्मी हॉस्पिटल भेज दिया गया। आर्मी हॉस्पिटल में हमारा बहुत अच्छे से इलाज हुआ। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने हमारा बहुत साथ दिया। मेरे पति की दोनों आंखें डैमेज हो चुकी हैं। गोली मेरे पति के नाक की हड्डी को चीरते हुए निकली तो उनकी नाक का भी ऑपरेशन हुआ। मेरी अपील है कि मेरे पति को एक आंख डोनेट की जाए।
2 आतंकियों ने चलाई थी गोलियां
जयपुर के ब्रह्मपुरी इलाके के रहने वाले तबरेज (38) और उनकी पत्नी फरहा खान (38) बच्चों को लेकर 50 लोगों के ग्रुप के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे। 18 मई को रात 9 बजे सभी लोग बस से उतर कर पहलगाम के यानेर इलाके के एक गार्डन में डिनर करने जा रहे थे। इस दौरान बाइक पर आए 2 आतंकवादियों ने गोलियां चलाना शुरू कर दिया। चलती बाइक पर पीछे बैठे आतंकवादी ने 20-25 राउंड फायर किए।
फायरिंग में तबरेज को सिर में आंख के पास और फरहा को कंधे पर गोली लगी। दोनों को फौरन श्रीनगर के जीएमसी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। तबरेज की एक आंख डैमेज हो गई, जिसका श्रीनगर के आर्मी हॉस्पिटल में ऑपरेशन किया गया। फरहा के कंधे का ऑपरेशन कर रॉड डाली गई। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली। इसका संबंध लश्कर-ए-तैयबा से है।
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