उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शॉर्ट सर्किट से एक तीन मंजिला बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। हादसे में पति-पत्नी और बेटी समेत 5 लोग जिंदा जल गए। 2 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घटना बुधवार (11 जून) की रात हाजीपुर बम्हैटा गांव की है।
मकान में फोम रखा हुआ था, जिससे आग तेजी से भड़की और किसी को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने मकान से 2 महिला, 1 पुरुष और 2 बच्चों के शव बरामद किए। एक महिला और बच्चे को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है। बुधवार देर रात आग पर काबू पा लिया गया।
बचने के लिए चीखता रहा परिवार
लोनी बॉर्डर थाना के गांव हाजीपुर बम्हैटा में इश्तयाक अली का तीन मंजिला मकान है। इश्तयाक का बेटा साजिद फोम का काम करता है। मकान में रात करीब साढ़े 8 बजे शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गई। फोम से पलभर में आग ने पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया। पूरा परिवार घर के अंदर फंस गया। लोगों ने निकलने की हर कोशिश की, लेकिन निकल नहीं पाए। उनके चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। उन्होंने आग बुझाने के प्रयास शुरू कर दिए, लेकिन आग बढ़ती गई।
2 घंटे बाद पहुंची फायर ब्रिगेड
पड़ोसियों ने फायर ब्रिगेड टीम को सूचना दी। गलियां संकरी होने से फायर ब्रिगेड टीम को पहुंचने में बहुत परेशानी हुई। टीम 2 घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर आग पर किसी तरह से काबू पाया। आग बुझने के बाद घर के अंदर से 5 शव बरामद किए।
बहन के बेटे को गोद में उठाकर छत पर पहुंची, इसलिए बची
इस घर के अंदर कुल 7 सदस्य थे। इसमें मकान मालिक साजिद की पत्नी फरहीन (25 साल), सात महीने का बेटा सीज, बहन नाजरा (35 वर्ष), बहनोई सैफ (36 वर्ष), भांजी इसरा (4 वर्ष), भांजा अर्श (4 वर्ष) और उज्मा थे। उज्मा अपनी बहन नाजरा के बेटे अर्श रहमान को गोद में उठाकर लेकर तीसरी मंजिल छत पर पहुंच गई और इस वजह से दोनों बच गए। हालांकि वे भी झुलस गए। इस अग्निकांड के वक्त साजिद दूध लेने के लिए बाजार गया हुआ था। जब तक वो लौटा तो घर में आग लगी हुई थी।
ग्राउंड फ्लोर पर चल रही थी कॉमर्शियल एक्टीविटी
इस अग्निकांड में घर के अंदर खड़ी एक कार भी जल गई। पुलिस जब ग्राउंड फ्लोर पर जांच करने पहुंची तो कुछ मशीनें जली हुई थीं। आसपास के लोगो ने बताया कि यहां फोम का काम होता था। थर्माकोल के कप-प्लेट जैसी चीजें भी रखी हुई थीं। ऐसे में ये माना जा रहा है कि घर में अवैध रूप से कॉमर्शियल गतिविधियां संचालित हो रही थीं।
मृतकों की पहचान सारिक की पत्नी फरहीन (25), उसका 7 महीने का बेटा सीज, बहन नाजरा (35), बहनोई सैफ (36) और भांजी इसरा (4) के रूप में हुई है। सारिक की दूसरी बहन उजमा और नाजरा का बेटा अर्ष रहमान गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घर से इसलिए बाहर नहीं निकल पाए
घर से बाहर निकलने के दो ही रास्ते थे। पहला मुख्य गेट और दूसरा सबसे ऊपर छत पर बना गेट। मकान में ग्राउंड फ्लोर पर आग थी, इसलिए मुख्य गेट से निकलना संभव नहीं था। घर में फंसे लोगों ने संभवत: आग से बचने के लिए तीसरी मंजिल की छत पर बने गेट से निकलने का प्रयास किया होगा, लेकिन उसमें ताला बंद था और चाबी नीचे किसी कमरे में थी। ऐसे में वे घर से बाहर नहीं निकल पाए।
पहले कबाड़ में लगी आग
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- मकान की पहली मंजिल पर कुछ मशीन मरम्मत के लिए रखी गई थीं। इसके अलावा कबाड़ भी रखा हुआ था। पहले कबाड़ में ही आग लगी। फिर घर में रखे फोम में लग गई। आग दूसरी मंजिल पर पहुंची, तो चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। हम लोग पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर बोले- 5 की मौत, दो झुलसे
एडिशनल पुलिस कमिश्नर दिनेश कुमार पी ने कहा- 1 महिला और 1 बच्चे को घायल अवस्था में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। 5 शव बरामद किए हैं।
घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की जा रही है। लोगों का कहना है कि घर में फोम रखा हुआ था, जिससे आग तेजी से भड़की। हालांकि, आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
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