मानसून देश के उत्तरी राज्यों की तरफ बढ़ गया है। स्काईमेट एजेंसी के मुताबिक, इस हफ्ते के अंत तक यानी 29-30 जून तक मानसून के दिल्ली पहुंचने का अनुमान है। दिल्ली में आमतौर पर मानसून की एंट्री 27 से 29 जून के बीच होती है। पिछले साल दिल्ली में मानसून 26 जून को पहुंचा था।
इधर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार में लगातार बारिश हो रही है। कल उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में भारी बारिश हुई। अयोध्या में घरों में दो-तीन फीट पानी भर गया, जबकि देवरिया और लखीमपुर में बिजली गिरने से 3 बच्चों की मौत हो गई। राजस्थान के पाली में भी चार लोगों की जान गई।
बिहार के तकरीबन सभी जिलों में भारी बारिश हो रही है। वहीं नेपाल में मानसून की एंट्री के बाद तेज बारिश के कारण बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अगले 24 घंटे गंडक नदी के जलस्तर में इजाफा होने का अनुमान है। यहां सोमवार और मंगलवार को बिजली गिरने से 9 लोगों की मौत हो चुकी है।
मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए 21 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र शामिल हैं। तमिलनाडु, गोवा, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल, नगालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा में भी बारिश का अलर्ट है।
मानसून कहां-कहां पहुंचा
दक्षिण-पश्चिम मानसून निकोबार में 19 मई को पहुंच गया था। केरल में इस बार दो दिन पहले, यानी 30 मई को ही मानसून पहुंच गया था और कई राज्यों को कवर भी कर गया। फिर 12 से 18 जून तक (6 दिन) मानसून रुका रहा। 6 जून को मानसून ने महाराष्ट्र में एंट्री ली और 11 जून को गुजरात में दाखिल हुआ।
मानसून 12 जून तक केरल, कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को पूरी तरह कवर कर चुका था। साथ ही दक्षिण महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों, दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, दक्षिणी ओडिशा, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और सभी पश्चिमोत्तर राज्यों में पहुंच गया था।
18 जून तक मानसून महाराष्ट्र के जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा, ओडिशा के मलकानगिरी और आंध्र प्रदेश के विजयनगरम तक पहुंचा था। हालांकि, इसके बाद मानसून रुका रहा। 21 जून को मानसून डिंडौरी के रास्ते मध्य प्रदेश पहुंचा और 23 जून को गुजरात में आगे बढ़ा।
25 जून को मानसून ने राजस्थान में एंट्री ली और मध्य प्रदेश के आधे के ज्यादा क्षेत्र को कवर कर लिया। 25 जून की ही रात मानूसन ललितपुर के रास्ते उत्तर प्रदेश में दाखिल हुआ। 26 जून को मानसून MP और UP में आगे बढ़ा।
मानसून 3 जुलाई तक दिल्ली-पंजाब को कवर करेगा
अनुमान है कि कल मानसून पूरे मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से को कवर कर लेगा। 27 जून तक मानसून के पूरे बिहार, पूरे झारखंड, पूरे पश्चिम बंगाल को कवर करने का अनुमान था, लेकिन मानसून अभी इन राज्यों में रुका हुआ है।
27 जून तक मानसून दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में एंट्री ले सकता है और 3 जुलाई तक इन राज्यों को पूरी तरह कवर करके आगे बढ़ेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि जून में मानसून सामान्य से कम यानी 92% लंबी अवधि के औसत (LPA) से कम रहेगा
10 साल में छठी बार जून में बारिश सामान्य से कम
मानसून के पहले महीने में न केवल बारिश घट रही है, बल्कि गर्मी के दिन भी बढ़ रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, जून खत्म होने में 4 दिन बचे हैं और देश में अब तक सामान्य से 19% कम बारिश हुई है। ऐसा लगातार तीसरे साल हो रहा है। 10 साल में 6 बार जून में बारिश सामान्य से कम, एक बार सामान्य और तीन बार सामान्य से ज्यादा हुई है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव एम. राजीवन का कहना है कि जून में मानसून 20 दिन तक पश्चिम बंगाल और दो हफ्ते तक गुजरात-महाराष्ट्र में अटका रहा। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायर्नमेंट के मुताबिक 1988 से 2018 के दौरान 62% जिलों में जून में कम बारिश हुई।
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