श्रीनगर (उत्तराखंड): लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में श्योक नदी में टी-72 टैंक हादसे में पांच जवान शहीद हो गए थे. जिसमें से एक जवान उत्तराखंड के पौड़ी जिले के पाबौ ब्लॉक के बिशल्ड गांव का रहने वाला भूपेंद्र नेगी भी है, जो देश सेवा करते हुए लद्दाख में शहीद हो गए. भूपेंद्र का परिवार देहरादून में रहता है. वहीं भूपेंद्र नेगी के शहीद होने की सूचना के बाद उनके पैतृक गांव में शोक की लहर छा गई है. बताया जा रहा है कि शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव लाया जाएगा.
भूपेंद्र सिंह नेगी अपने पीछे 3 बच्चों ,पत्नी और पिता को छोड़ गए हैं. उनकी तीन बहनें हैं, जिनका विवाह हो चुका है. पाबौ ब्लॉक के बिशल्ड गांव के रहने वाले ग्रामीण विवेक ने बताया कि उनका परिवार आज अपने गांव आ रहा है, शहीद का अंतिम संस्कार उनके पैतृक घाट पर किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक टी-72 टैंक सेना के जवान नदी पार करने का अभ्यास कर रहे थे. अभ्यास के दौरान अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया और जवान बह गए. हादसे में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) व चार जवान शहीद हो गए. हादसा बीते दिन सुबह के समय दौलत बेग ओल्डी इलाके में मंदिर मोड़ पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास घटित हुई.
सेना के अधिकारियों के मुताबिक, घटना सुबह करीब 3 बजे टैंक अभ्यास के दौरान हुई. अभ्यास के दौरान सेना को नदी पार करना था तभी अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया. घटना के बाद सभी पांच शव बरामद कर लिए गए हैं. टैंक तांगस्टे की ओर जा रहा था, तभी यह दुखद दुर्घटना हुई.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ,'लद्दाख में नदी पार कराते समय हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में हमारे पांच बहादुर भारतीय सेना के जवानों की जान जाने से मुझे गहरा दुख हुआ है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है. दुख की इस घड़ी में राष्ट्र उनके साथ खड़ा है.'
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