अलवर का सरिस्का टाइगर रिजर्व जुलाई से अक्टूबर (मानसून सीजन) में 3 महीने के लिए बंद हो जाएगा। लेकिन जंगल सफारी के शौकीन इस दौरान भी अलवर के बाला किला बफर जोन में सफारी कर सकेंगे। इस बफर जोन में 7 टाइगर हैं। इनकी साइटिंग भी होती रही है।
बफर जोन में टाइगर की संख्या भी पिछले 2 साल में बढ़ी है। इससे पहले इन जोन में टाइगर नहीं दिखते थे। बफर जोन का रूट छोटा है और जंगल भी है। विजिटर पहाड़ों पर सफारी का आनंद भी लेते हैं।
मंगलवार व शनिवार पांडुपोल जाने का अवसर
मानसून सीजन में बंद रहने के दौरान विजिटर्स और श्रद्धालु टहला व सदर गेट से पांडुपाेल हनुमान मंदिर जा सकेंगे। यह मंदिर सरिस्का जंगल में है। यहां देश भर से श्रद्धालु आते हैं। इसलिए केवल सदर गेट से सीधे पांडुपोल जाने की अनुमति मिलेगी। बाकी किसी रूट पर श्रद्धालु नहीं जा सकते। सदर गेट से पांडुपोल तक श्रद्धालु जिप्सी बुक कर जा सकेंगे।
अब सरिस्का में 43 टाइगर व शावक
सरिस्का में बाघ-बाघिन और शावक मिलाकर संख्या 43 हो गई है। पिछले 4 महीने में सरिस्का में 13 नए शावक जन्मे हैं। मार्च माह में एसटी-12 ने 4 शावकों को जन्म दिया। मई में एसटी-27 ने 2, एसटी-22 ने 4 व जून माह में एसटी-17 ने 3 शावकों को जन्म दिया। अक्टूबर तक शावक इतने बड़े हो जाएंगे कि इनकी अकेले भी साइटिंग होगी।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.