गर्मियों की छुट्टियों के बाद मंगलवार से मध्यप्रदेश के सभी सरकारी स्कूल खुल गए हैं। पहले दिन जब बच्चे स्कूल पहुंचे तो उनका तिलक लगाकर और मंत्रोच्चार से स्वागत किया गया।
प्रवेशोत्सव में बड़ी संख्या में पालक भी स्कूल पहुंचे। खरगोन में ढोल-ढमाकों के साथ बच्चों की रैली निकाली गई। बैलगाड़ी भी सजाई गई थी। भोपाल में बच्चों को खीर-पूड़ी और आलू छोले परोसे गए। वहीं, शाजापुर के एक सरकारी स्कूल परिसर में नॉनवेज बनाने का मामला भी सामने आया है।पहला दिन होने से कई स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम रही।भोपाल के सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के प्रवेशोत्सव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बच्चों को गिफ्ट दिए, और कहा कि हमने 369 सीएम राइज स्कूलों को शुरू कर दिया है। हम सीएम राइज स्कूलों की समीक्षा करने वाले हैं। एमपी में 416 पीएम श्री स्कूलों की सुविधा सरकार देने जा रही है।
दैनिक भास्कर से बातचीत में मप्र के जनजातीय कार्यमंत्री विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी से मेरा अनुरोध है पहली कक्षा से 5वीं तक झंडा वंदन और जन गण मन अनिवार्य होना चाहिए। उपस्थित श्रीमान, उपस्थित मैडम की जगह पर जय हिंद सर, जय हिंद मैडम बोलना चाहिए।
शाजापुर में सरकारी स्कूल में बन रहा था नॉनवेज
शाजापुर जिले के ग्राम जादमी के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में स्कूल आए छात्रों को लौटना पड़ा, क्योंकि यहां स्कूल परिवार में नॉनवेज पक रहा था। महिला टीचर का कहना है कि सरपंच के कहने पर यहां कुछ लोग रुके थे, उनके लिए नॉनवेज बन रहा था। यहां बैठना भी मुश्किल हो रहा है। जिम्मेदार अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं।
बच्चों की उड़ान में टीचर-अभिभावक साथ दें- मंत्री गोविंद सिंह
सागर में प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा- 10वीं से 12वीं तक के ये बच्चे अब थोड़े समझदार हो गए हैं। इनके साथ टीचर-अभिभावक मित्रवत व्यवहार करें। ये ऊंची उड़ान भरना चाहते हैं। इस उड़ान में उनका साथ देना चाहिए।
इंदौर में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति न के बराबर
इंदौर में मंगलवार से सरकारी स्कूल खुल गए। स्कूलों में 20 जून तक प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। खजराना स्थित शासकीय हिंदी कन्या माध्यमिक विद्यालय में पहले दिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति न के बराबर रही। बच्चे तो पहुंचे लेकिन समय से पहले ही लौट गए। ऐसी स्थिति में यहां मिड डे मिल भी नहीं दिया गया। दूसरी ओर संभागायुक्त दीपक सिंह ने कुलकर्णी नगर स्थित शासकीय स्कूल के बच्चों को कॉपी-किताबों का वितरण किया।
खरगोन में ढोल-ढमाकों के साथ बच्चों की गांव में रैली
खरगोन जिले के कसरावद तहसील के बामंदा गांव में मंगलवार दोपहर 12 बजे शिक्षकों ने ढोल ढमाकों के साथ बच्चों की गांव में रैली निकालकर स्कूल पहुंचे। बैलगाड़ी भी गब्बर के साथ सजाई गई थी। कुछ बच्चे उसमें भी सवार हुए। प्रवेश उत्सव में बड़ी संख्या में पालक भी शामिल हुए।
भोपाल के सरकारी स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में आज स्टूडेंट्स की थाली में खीर पूड़ी और आलू छोले परोसे गए। भोपाल में अक्षय पात्र फाउंडेशन ने शासकीय विद्यालयों में विशेष भोज का आयोजन किया। यह आयोजन पूरे भोपाल में सरकारी विद्यालयों एवं मदरसों में किया गया।
मप्र के जनजातीय कार्यमंत्री विजय शाह ने कहा कि मैं कुछ समय के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री था, उस समय हमने ये आदेश निकाला था कि हर सरकारी, प्राइवेट स्कूल, मदरसा में झंडावंदन होगा। जन गण मन होगा। लेकिन उस आदेश में थोड़ी सी कमी रह गई थी, वह आदेश छठवीं से 12वीं तक के विद्यालयों के लिए लागू करने के लिए था। मुख्यमंत्री जी से मेरा अनुरोध है अब इसे पहली कक्षा से 5वीं तक अनिवार्य रूप से लागू कर दिया जाए।
रायसेन जिला मुख्यालय के सीएम राइज पाटनदेव हायर सेकेंडरी स्कूल में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। बच्चों को तिलक लगाकर और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
नर्मदापुरम में स्कूल सत्र 2024-25 का प्रवेश उत्सव आज से शुरू हो गया है। बच्चों को तिलक लगाकर उनका प्रवेश उत्सव कराया जा रहा है। प्राथमिक शाला कोठी बाजार में पहले दिन कक्षा एक में एक विद्यार्थी नकुल मांझी का एडमिशन हुआ। प्रधान पाठक जय श्री श्रीवास्तव, वर्षा शिवहरे, सरिता लुटारे, जन शिक्षक प्रमोद नगर, संतोष कुमार तनेजा ने छात्रों को तिलक लगाकर प्रवेश कराया।
रतलाम शहर के सागर रोड स्थित उत्कृष्ट हाई सेकंडरी स्कूल में प्राचार्य सुभाष कुमावत एवं स्टाफ ने गुलाल लगाकर मंत्रोच्चार के साथ हार फूल पहनाकर विद्यार्थियों का स्वागत किया।
भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज बच्चों का शुभागमन हुआ। कल वो क्या बनकर निकलेंगे, हम केवल कल्पना कर सकते हैं। मोदी जी रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। ट्रेन गुजरने के बाद स्कूल जाया करते थे। सबसे बड़ा उदाहरण भगवान कृष्ण का है। उस समय गुरुकुल होते थे, वो 11 साल की उम्र में स्कूल आए। उज्जैन में शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने उस समय जो पढ़ा, ऐसा कोई मेधावी विद्यार्थी नहीं हुआ जो इतने कम समय में इतना शिक्षित हुआ हो। उनकी सारी शिक्षा का निचोड़ महाभारत में पवित्र ग्रंथ गीता में मिलता है।
सीहोर के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 में आज शिक्षा सत्र के पहले दिन लापरवाही देखने को मिली। यहां 10:30 बजे तक स्कूल का गेट ही नहीं खुला था और विद्यार्थी स्कूल के बाहर परेशान होते रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के सुभाष स्कूल में नव प्रवेशित बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया। मंच पर पहुंचे बच्चों में से एक छात्रा ने सीएम को सैल्यूट किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को गिफ्ट भी दिए।
रतलाम के डोंगरे नगर स्थित एकीकृत शाला शासकीय नूतन माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 में प्रवेश उत्सव मनाया गया। विद्यार्थियों में उत्साह नजर आया। स्कूल के प्रधानाध्यापक ध्रुव पारखी, कुमुद दुबे, निशा शर्मा, एकता पंवार, निकिता धुलिया आदि ने बच्चों को तिलक लगाकर और गुलाब का फूल देकर स्वागत किया।स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह बताया, इस साल 'स्कूल चलें हम' अभियान को एक त्योहार की तरह मनाया जाएगा। इस दौरान सांसद, मंत्री, विधायक और अफसर स्कूलों में जाकर बच्चों को प्रोत्साहित करेंगे। वह बच्चों और उनके अभिभावकों के साथ बात करेंगे। इसके अलावा विद्यार्थियों के साथ बैठकर भोजन भी करेंगे।
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