सिंघाना के सामुदायिक अस्पताल में डॉक्टर लगाने की मांग को लेकर ग्रामीणों की ओर से दी चेतावनी के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है। जिला कलेक्टर ने बुधवार शाम को आदेश जारी कर आगामी आदेश तक दो डॉक्टर नियुक्त किए गए है। ग्रामीणों की ओर से पांच दिन में डॉक्टर नहीं लगाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी।
ग्रामीणों की ओर से अस्पताल प्रभारी डॉ धर्मेंद्र सैनी को दिए ज्ञापन में बताया कि सिंघाना में आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए एकमात्र अस्पताल है। जिसमें सरकार द्वारा स्थाई डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं करने से क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए दूसरे स्थानों पर भटकना पड़ रहा है। अस्पताल में पांच डॉक्टरों के पद स्वीकृत होने के बावजूद भी एक डॉक्टर के भरोसे अस्पताल चलाया जा रहा है। अस्पताल में सुबह से ही मरीजों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है। एक डॉक्टर मौजूद होने के कारण दोपहर तक मरीजों का नंबर नहीं आ पाता है।
अस्पताल में वर्तमान में डॉ धर्मेंद्र सैनी ही कार्यरत है, जिनके पास बीसीएमओ का चार्ज होने के अलावा पोस्टमॉर्टम, एम एलसी, मीटिंग सहित अन्य कार्य करने पड़ रहे है। इसके अलावा अस्पताल में कार्यरत डॉ सुमन मातृत्व अवकाश पर, डॉ संगीता पहले अवकाश पर तथा डॉ चंपा सैनी सीसीएल लीव पर चल रही है, जबकि प्रभारी की ओर से डॉ संगीता व चंपा की लीव स्वीकृत किए बिना ही छुट्टी पर गई हुई है।
अस्पताल में मौसमी बीमारियों के चलते रोजाना चार सौ मरीज अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे है, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलने से उन्हें बिना इलाज के वापस लौटना पड़ रहा है। ग्रामीणों की चेतावनी के बाद जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने घरड़ाना पीएचसी के डॉ दुलीचंद व डूमोली पीएचसी के डॉ लोकेश कुमार को आगामी आदेश तक सिंघाना अस्पताल में नियुक्त किया है।
सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर तरीके से संचालन किया जाएगा तथा जल्द ही नए डॉक्टर नियुक्त किए जाएंगे।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.