प्रदेश की सियासत में 'नाथी के बाड़े' के बाद अब 'मोदी के बाड़े' की एंट्री हो गई है। NEET में धांधली के खिलाफ शुक्रवार को जयपुर कलेक्ट्रेट के बाहर चल रहे कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के दौरान नया नारा लगाया गया। पूर्व मंत्री ममता भूपेश ने 'नीट का पेपर कहां मिलेगा, मोदी तेरे बाड़े में' का नारा लगवाया।
कांग्रेस राज के दौरान जब राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) का पेपर लीक हुआ था, तब बीजेपी ने इसी तर्ज पर नारे लगाए थे। बीजेपी ने नारा बनाया था- 'रीट का पेपर कहां मिलेगा, नाथी तेरे बाड़े में'। बीजेपी ने सदन से सड़क तक कांग्रेस राज के दौरान यह नारा लगाया था।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा उस समय शिक्षा मंत्री थे। तब उनके घर कुछ शिक्षक ज्ञापन देने गए थे। उस वक्त डोटासरा ने शिक्षकों को स्कूल टाइम में पढ़ाना बीच में छोड़कर ज्ञापन देने आने पर फटकार लगाते हुए कहा था कि जब मन किया आ जाते हैं। नाथी का बाड़ा समझ रखा है क्या? इस पर खूब सियासी विवाद हुआ था। बाद में बीजेपी ने नाथी के बाड़े को नारा ही बना लिया।
गहलोत बोले- सबूत मिलने के बावजूद नीट पेपर रद्द क्यों नहीं
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखित बयान जारी कर कहा कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से आयोजित UGC-NET में गड़बड़ियों को स्वीकार कर पेपर रद्द कर दिया गया।
NEET में पेपर लीक और बेईमानी के सबूत मिलने के बाद भी परीक्षा को रद्द नहीं किया जा रहा है। ऐसी क्या वजह है कि NDA सरकार मेडिकल जैसे संवेदनशील क्षेत्र की परीक्षा में गड़बड़ियां होने के बावजूद रद्द नहीं कर रही है? पेपर लीक के आरोपी विद्यार्थियों ने कबूला है कि उनके पास एक रात पहले ही पेपर आ गया था।
जिन राज्यों में BJP की सरकार नहीं है वहां भ्रामक प्रचार
गहलोत ने कहा- जिन राज्यों में BJP की सरकार नहीं है, वहां ऐसी शिकायत आने पर BJP राजनीतिक फायदे के लिए भ्रामक प्रचार करती है। लेकिन, यहां सब कुछ साफ-साफ दिखाई देने के बाद भी चुप है। हमारी सरकार ने 26 लाख अभ्यर्थियों वाली REET आयोजित की थी, जिसमें अभ्यर्थियों के लिए भोजन, यातायात और रुकने की सुविधा सब व्यवस्था सरकार ने की थी। इसके बावजूद पेपर लीक की शिकायत मिली, तो पेपर रद्द किया गया और दोबारा सफलतापूर्वक परीक्षा आयोजित कर 50,000 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई थी।
50 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके
गहलोत ने कहा- विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री सहित तमाम नेताओं ने हमारी सरकार पर झूठे आरोप लगाए, जबकि सच्चाई ये है कि भाजपा शासित राज्यों और केंद्र सरकार के आर्मी ज्यूडिशियरी समेत 50 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं। पेपर लीक के अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय हो गए हैं, जो चिंता का विषय है।
डोटासरा बोले- नकल माफिया की सच्चाई सामने आ चुकी, नीट फिर से करवाएं
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बयान जारी कर कहा कि NEET पेपर लीक में नकल माफियाओं की सच्चाई देश के सामने आ चुकी है। आरोपी खुद पेपर लीक का अपराध स्वीकार कर चुके हैं। अब कोई शक नहीं बचा। सरकार को अविलंब UGC-NET की तरह NEET की परीक्षा रद्द करनी चाहिए। लाखों युवाओं के सपनों का सौदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
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