बाड़मेर के सूरजमल की शादी UP की रागिनी से हुई। सुहागरात पर सूरजमल को पता ही नहीं चला कि कब उसे नींद आ गई। सुबह 4 बजे आंख खुली तो अलमारी का ताला टूटा था।
मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था और रागिनी घर से गायब। चंद मिनटों में माजरा समझ में आ गया। रागिनी ने देर रात 3 लाख कैश और गहने समेटे, छत से बिस्तर सड़क पर फेंका और उस पर कूद कर फरार हो गई।
राजस्थान में एक्टिव लुटेरी दुल्हन गैंग सूरजमल की तरह ही सैकड़ों परिवारों को बर्बाद कर चुका है। इस सीरीज के पहले पार्ट में हमने बताया था कि ये गैंग किस तरह दूल्हों को अपने जाल में फंसाता है।
जयपुर से 180 किलोमीटर दूर सीकर के रामगढ़ शेखावाटी के मनफूल अभी तक सदमे में हैं। वो खुद कैमरे पर आने को तैयार नहीं हुए तो उनके साथ जो हुआ पूरी दास्तां उनके भतीजे अरविंद ने बताई।
32 साल के मनफूल के लिए घरवाले कई साल से लड़की देख रहे थे, लेकिन रिश्ता नहीं हो पा रहा था। जैसे-जैसे उम्र बढ़ रही थी, दोस्तों-रिश्तेदारों के ताने भी बढ़ते जा रहे थे। अरविंद ने बताया- छोटी गांव निवासी हमारे परिचित दीनदयाल ने एक दिन बताया कि उनके परिवार में UP से एक लड़की को शादी करके लाए हैं। वो आराम से रह रही है। यह डील दलाल के जरिए हुई है। तुम कहो तो मनफूल के लिए बात चलाता हूं। परिवार वालों ने हामी भर दी।
परिचित दीनदयाल ने फोन पर ही महिपाल और विकास नाम के दो व्यक्तियों से बातचीत करवाई। अगले ही दिन दोनों दलालों ने लड़की देखने के लिए सालासर चौराहे पर बुलाया। वहां पर UP की युवती दिखाई। परिवार ने तो लड़की को पसंद कर लिया, लेकिन मनफूल को पसंद नहीं आई।
एक मकान में चार लड़कियां दिखाईं
चार दिन के बाद दीनदयाल ने फिर से फोन कर कहा- तुम्हारे लिए नई लड़कियां मंगवाई हैं। उनमें से पसंद कर लेना। महिपाल और विकास से बात कर लो। पसंद आ गई तो तुरंत शादी करवा देंगे।
हम रामगढ़ से सीकर लड़की देखने के लिए गए। यहां हमें नानी गांव का रहने वाला महिपाल मिला। वह हमें एक मकान में लेकर गया, जहां पहले से कई लड़कियां थीं। उनमें से 4 लड़कियां दिखाई गईं।
वहां पर एक लड़की, पिंकी राय चौधरी, को मनफूल ने देखते ही पसंद कर लिया। पिंकी के साथ एक अन्य महिला ज्योति भी थी। उसने बताया कि पिंकी के मां-बाप नहीं हैं।
पिंकी ने भी तब बताया कि वह मौसी के साथ ही रहती है। उसी ने पढ़ाया-लिखाया है। वह घर का सारा काम जानती है। मौसी ही अब उसकी शादी करेगी।
50 रुपए के तीन स्टांप पर एग्रीमेंट, ढाई लाख मांगे
लड़की पसंद करने के बाद दलाल विकास, महिपाल व एक महिला दलाल ने पिंकी से शादी कराने के लिए ढाई लाख रुपए मांगे। बाद में दो लाख रुपए में शादी की डील फाइनल हुई।
दलालों ने दबाव बनाया कि तुरंत शादी करनी होगी। परिवार वालों ने हाथों-हाथ लड़की के कपड़े व चांदी के कुछ गहने तैयार करवाए। दलालों ने कुछ देर में ही एक वकील को फोन कर बुला लिया। वह 50-50 रुपए की तीन स्टांप पेपर पर शादी का एग्रीमेंट लिखा कर ले आया। 3 मार्च 2024 को शादी का नोटरी भी करवा रखा था।
उस पर सभी के गवाहों के रूप में साइन करवा लिए। स्टांप पर पूरी डील होने के बाद वह परिवार के साथ जीण माता मंदिर में गए। वहां पर शादी रचाई। इसके बाद पूरा परिवार गांव लौट आया। लड़की के साथ आए लोग भी वापस चले गए थे। घर पहुंचने पर कार्यक्रम हुआ। परिवार के सभी लोग काफी खुश थे।
3 महीने की दी गारंटी, मौसी के पास जाने की कहकर भाग गई
अरविंद ने बताया कि परिवार वालों ने दलाल विकास और महिपाल से पूछा था कि लड़की शादी के बाद भाग तो नहीं जाएगी? विकास ने 3 महीने की गारंटी देते हुए भरोसा दिलाया कि चिंता मत करो, कहीं नहीं जाएगी। तुम सही से ध्यान रखना। ये गरीब परिवार की लड़की है। इसके मां-बाप भी नहीं है, इसलिए घर-परिवार संभालना है। तुम्हारे साथ ही रहेगी।
अरविंद ने बताया कि घर में सब ठीक था। एक दिन सुबह उठते ही पिंकी बोली कि मौसी की बहुत याद आ रही है। जिद करने लगी कि मुझे अभी मौसी से मिलने जाना है। तब मनफूल ने दलाल विकास को फोन पर बात की तो उसने कहा अभी कहीं मत भेजना। अगर कहीं जाए तो साथ लेकर जाना। तब मनफूल ने पिंकी को मना कर दिया।
शाम को मनफूल किसी काम से बाहर गया था। परिवार को लोग और पिंकी खाना खा रहे थे। तभी उसके पास उसकी मौसी का फोन आया। वो अचानक उठ कर बिना कुछ बताए बाहर निकल गई। परिवार वाले उससे पूछते रहे कि कहां जा रही है। वो बाहर बाइक पर आए एक युवक के साथ बैठकर फरार हो गई। घरवालों ने शादी पर जो गहने बनवाए थे, वो भी साथ ले गई।
लड़की भागी तो दलालों ने दोबारा शादी का दिया प्रस्ताव
मनफूल व उसके परिवार ने महिपाल, विकास से बात कर उन्हें लड़की के भागने की बात कही। दलालों ने कहा- घबराओ नहीं, वह लौटकर आ जाएगी। कई दिनों तक लड़की नहीं आई तो उसे दोनों दलाल फिर से शादी करवाने का झांसा देने लगे। उसने रुपए वापस मांगे तो उसे बोले कि दूसरी लड़की पसंद कर लो, शादी करवा देंगे। उन्होंने विकास को 1.75 लाख रुपए शादी के और 25 हजार रुपए कमीशन के दिए थे। लड़की वापस नहीं लौटी तो रामगढ़ थाने में शिकायत भी दी, लेकिन आज तक लुटेरी दुल्हन पकड़ी नहीं गई है।
लुटा हुआ दूल्हा नंबर- 2 : शादी नहीं हुई तो दलालों के चंगुल में फंसे
सीकर के अनिल नायक (40) की शादी की उम्र निकल चुकी थी। रिश्ता नहीं होने के चलते परिवार में तनाव का माहौल रहता था। बूढ़े मां-बाप की देखभाल के लिए भी कोई सहारा नहीं था। परिवार वालों ने कई मैरिज ब्यूरो से संपर्क किया, लेकिन बात नहीं बनी। फिर किसी जानकार के जरिए अनिल का परिवार लुटेरी दुल्हन गैंग के दलाल विकास, गिरधारी लाल और विक्रम के संपर्क में आ गया। उन्होंने उसे शादी करवाने का विश्वास दिलाया।
दलाल विकास अनिल के घर पहुंचा और मकान की फोटो खींचकर साथ ले गया। बोला- घबराओ मत, लड़की दिखवा दूंगा। दो दिन बाद विकास ने अनिल को उसके वॉट्सऐप नंबरों पर उत्तर प्रदेश की सोनी नाम की लड़की की फोटो भेजी।
लड़की की फोटो अनिल को पसंद आ गई थी। इसके बाद अनिल और उसके परिवार ने लड़की देखने के लिए बोला। विकास ने लड़की को बुलाकर दिखा दिया। लड़की को दिखाने के लिए बुलाने के नाम पर उनसे ही किराए के 5-7 हजार रुपए लिए।
1.60 लाख में शादी की डील
अनिल ने बताया कि सोनी (लुटेरी दुल्हन) के साथ एक लड़की आशा देवी थी। एक लड़का अमित कुमार भी था। दलालों ने बताया कि ये लड़की इसकी बड़ी बहन है और अमित जीजा है। सोनी इनके साथ ही रहती है
विकास, गिरधारीलाल और विक्रम तीनों एक ही ग्रुप से जुडे़ हुए हैं। तीनों ने शादी के लिए 1.60 लाख रुपए में डील फिक्स की। पैसा देने के बाद दलालों ने वकील को बुलाकर 50-50 के स्टाम्प पेपर पर एग्रीमेंट में शादी करवा दी। गवाह के रूप में दलालों ने भी उस पर साइन कर दिए थे।
मंदिर में रात को कराए फेरे
एग्रीमेंट कराने के बाद अनिल ने परिवार को बताया कि शादी फिक्स हो गई है। तब घरवालों ने गांव के एक मंदिर में शादी का कार्यक्रम रखा। मंदिर में अनिल और सोनी ने फेरे लेकर शादी की थी। रात में कुछ रिश्तेदारों को बुलाकर घर पर महिला संगीत का प्रोग्राम रखा गया।कभी पेट दर्द तो कभी शॉपिंग का बनाती दबाव
अनिल ने बताया कि शादी के अगले दिन से सोनी कभी पेट दर्द तो कभी तबीयत ठीक नहीं होने के बहाने बनाने लगी। बात करता तो सही से बात नहीं करती थी। पहले तो मैंने सोचा सब ठीक हो जाएगा। अनिल ने उसे मनाने के लिए मां के रखे कुछ जेवर दिए। नए कपड़े और स्मार्टफोन भी लाकर दिए। अगले दिन बाजार भी लेकर गया। शादी के चौथे दिन ही सोनी मोबाइल, कपड़े, गहने व घर में रखा सारा कैश लेकर फरार हो गई।
दुल्हन को वापस लाने के लिए हड़प रहे रुपए
अनिल ने बताया कि सोनी का मोबाइल बंद आ रहा था। हमने दलाल विक्रम और विकास से बात की तो उसने फिर से झांसे में लेना शुरू कर दिया। कभी 500 तो कभी 1000 रुपए किराए के नाम से मांगे। बताया कि लड़की बनारस गई है। वहां से लाना पड़ेगा।
बनारस जाने के लिए भी 2000 रुपए किराए के वसूल लिए, लेकिन सोनी वापस नहीं लौटी। दलालों से पैसे मांगे तो दूसरी शादी करवाने की कहकर टालते रहे। जब अनिल को लगा कि उसके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है तो उसने सीकर के कोतवाली थाने में भी शिकायत दी।
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