केरल के वायनाड में 30 जुलाई को हुई लैंडस्लाइड में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। केरल हाईकोर्ट ने इस मामले का खुद संज्ञान लिया है। जस्टिस जयशंकरन नांबियार और जस्टिस वीएम श्यामकुमार की बेंच ने आज इस पर सुनवाई की। कोर्ट ने कहा- यदि पर्यावरण ऑडिट किया गया है, तो हमें इसकी रिपोर्ट चाहिए। समस्या यह है कि हमारे पास कई कानून हैं, लेकिन जमीन पर नजर नहीं आते। हम इस मामले पर हर शुक्रवार को सुनवाई करेंगे। अगली सुनवाई 16 अगस्त को होगी। लैंडस्लाइड में अब भी 138 से ज्यादा लोग लापता हैं। 10 दिन से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में आर्मी के जवानों ने मलबे में दबे कई लोगों को जिंदा बाहर निकाला।
हाईकोर्ट ने कहा था- केरल में कई जगह सेंसेटिव जोन, यहां नियमों को बदलना चाहिए
केरल हाईकोर्ट ने गुरुवार (8 अगस्त) को महाधिवक्ता को तलब किया और उन्हें कानून सहित मामलों पर विचार करने कहा। साथ ही कहा कि सरकार को सोचना चाहिए कि अवैध खनन और बाढ़ जैसी चीजों को रोकने के लिए कानूनी तौर पर क्या किया जा सकता है।
बेंच ने कहा कि केरल के कुछ क्षेत्र ईको सेंसेटिव जोन हैं। इस पर फिर से सोचने की जरूरत है कि क्या यहां सस्टेनेबल डेवलपमेंट संभव है। यदि जरूरी हो तो इन मामलों में मौजूदा नियमों और विनियमों को निरस्त किया जाना चाहिए
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.