हरियाणा-पंजाब के बीच शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। चंडीगढ़ में मीटिंग के बाद किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि शंभू बॉर्डर खुलते ही किसान दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ सामान इकट्ठा करने में समय लगेगा, उसके बाद हम दिल्ली की तरफ रवाना हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसान शुभकरण की मौत के मामले में हरियाणा पुलिस के ही अधिकारी झज्जर पुलिस कमिश्नर को जांच सौंप दी गई। यह हमारे साथ बहुत अन्याय है। हाईकोर्ट की तरफ से रिटायर्ड जज की अगुआई में कमीशन बनाया गया था। उस समय हरियाणा सरकार हाईकोर्ट चली गई। वहां उन्होंने जांच रोकने की मांग की।
सरकार ने कहा कि इससे पुलिस का मनोबल गिरेगा। यह भी कहा कि ऐसी जांच होगी तो आगे से पुलिस किसी तरह की फायरिंग करने से हिचकिचाएगी। इसका मतलब साफ है कि फायरिंग उन्होंने की। हमारे किसान जख्मी और एक शहीद किया। उसकी ठीक ढंग से जांच न हो, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट गई। हरियाणा सरकार ने अधिकारियों को शेल्टर करने की कोशिश की। ऐसी सूरत में उसी हरियाणा सरकार के अधिकारी को जांच देने से इंसाफ की उम्मीद नहीं बचती।
वहीं शंभू बॉर्डर पर लगी 8 लेयर की बैरिकेडिंग फिलहाल नहीं हटेगी। हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है। हालांकि 10 जुलाई को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने 7 दिन के अंदर बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे। आज इसका अंतिम दिन है।
दिल्ली कूच के लिए पंजाब के कई जिलों से किसानों के जत्थे जींद से सटे खनौरी और अंबाला से लगते शंभू बॉर्डर पर पहुंचने लगे हैं। इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में 6 माह का राशन है। हरियाणा के गांवों में बैठकें कर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को तैयार किया जा रहा है।
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