प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जयपुर मुख्यालय टीम ने शुक्रवार देर रात राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET), 2021 के पेपर लीक मामले में अजमेर जेल से राजूराम को गिरफ्तारी किया हैं। करीब एक सप्ताह पहले ED ने राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत सेवानिवृत्त सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप पाराशर को गिरफ्तार किया था। 4 दिन के रिमांड के बाद उसे जेल भेज दिया गया था। रीट पेपर लीक मामले में अब तक ईडी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं।
ED ने पेपर लीक मामले में IPC की विभिन्न धाराओं के तहत राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR और चार्जशीट के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की और जांच शुरू करते हुए गिरफ्तारी की। रीट पेपर लीक प्रकरण में मास्टरमाइंड रहे राजू इराम को शुक्रवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। इराम अब तक अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था। इराम ने रीट पेपर लीक मामले में पांच करोड़ रुपए में सौदा किया था। उसने करीब एक करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन भी किया था। राजूराम मूलरूप से भीनमाल का रहने वाला है, उसे जालौर पुलिस ने वर्ष 2022 में बीकानेर से गिरफ्तार किया था, बाद उससे एसओजी ने पूछताछ की और जेल भेज दिया था। राजूराम के खिलाफ एसओजी सहित प्रदेश के अलग- अलग थानों में करीब तीन दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज हैं।
पेपर लीक में सहयोग और पेपर बेचने का आरोप
राजूराम ने पेपर लीक में सहयोग किया और जो पेपर मिला उसे पैसा लेकर बेचा भी था। आरोपी को शुक्रवाल को पूछताछ के लिए ईडी मुख्यालय बुलाया गया था जिस के बाद उसे देर रात को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे दो दिन की रिमांड पर लिया गया हैं।आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट सहित कई एफआईआर दर्ज हैं। इस मामले में ईडी ने पहले पाराशर को गिरफ्तार किया था और 26 सितंबर, 2021 को रीट 2021 आयोजित करने के लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (आरबीएसई) द्वारा राज्य स्तरीय समिति बनाई थी। पाराशर ने फिर बिना किसी वैध आदेश के एक सहायक राम कृपाल मीना को नियुक्त किया और उसे शिक्षा संकुल, जयपुर के स्ट्रांग रूम में अनाधिकृत पहुंच दी, जहां रीट 2021 का प्रश्न पत्र रखा हुआ था। मीना ने पाराशर के साथ मिलीभगत करके प्रश्न पत्र चुरा लिया। ईडी ने इस मामले में अब तक गिरफ्तार हुए आरोपियों के 32 से अधिक जगहों पर सर्च की हैं। राम कृपाल मीना इस मामले में पहली गिरफ्तारी थी। मीणा से मिली जानकारी के बाद पाराशर को ईडी ने गिरफ्तार किया और अब राजूराम की गिरफ्तारी हुई हैं।
रीट पेपर 2021 मामले में ईडी ने देर रात चौथी गिरफ्तारी की हैं। गिरफ्तार आरोपी राजूराम को पूछताछ के लिए ईडी मुख्यालय लाया गया था। पूछताछ के बाद ईडी को राजूराम के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले जिस पर उसे देर रात गिरफ्तार कर कोर्ट मे पेश कर रिमांड परर लिया गया। आरोपी के पेपर लीक करने से लेकर लीक पेपर को बाजार में बेचने का आरोपी हैं। राजूराम के खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। रीट पेपर लीक मामले में ईडी की रामकृपाल मीणा और पाराशर के बाद यह तीसरी गिरफ्तारी हैं.
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