जयपुर: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने पार्टी नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा ने ऐसा अध्यक्ष चुना है, जिसके खिलाफ किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया। उनके इस बयान को राजनीतिक हलकों में गहरे संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
राजस्थान में भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर वसुंधरा राजे का यह बयान तब आया जब प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से यह दर्शाने की कोशिश की कि चुनावी प्रक्रिया में प्रतिस्पर्धा का अभाव था और शीर्ष नेतृत्व की पसंद ही अंतिम फैसला बनी।
वसुंधरा राजे के इस बयान को भाजपा में अंदरूनी गुटबाजी से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इसे नेतृत्व पर सवाल उठाने के रूप में लिया, जबकि कुछ इसे संगठनात्मक एकता का संकेत मान रहे हैं।
राजे के बयान पर कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र समाप्त हो गया है और अब शीर्ष नेतृत्व की पसंद ही पार्टी की दिशा तय कर रही है।
भाजपा में अंदरूनी खींचतान को लेकर पहले भी चर्चाएं रही हैं, लेकिन वसुंधरा राजे जैसे दिग्गज नेता का ऐसा बयान संकेत देता है कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी के भीतर समीकरण बदल सकते हैं।
All Rights Reserved & Copyright © 2015 By HP NEWS. Powered by Ui Systems Pvt. Ltd.