जयपुर. केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय की राष्ट्रीय परीक्षणशाला मंडा रीको औद्योगिक क्षेत्र में ट्रांसफॉर्मर टेस्टिंग लेबोरेट्री बना रही है। भारत सरकार की देश में पहली ट्रांसफॉर्मर टेस्टिंग लेबोरेट्री होगी। इसमें 10 एमवीए क्षमता तक के ट्रांसफाॅर्मर के शार्ट सर्किट टेस्ट की जांच होगी। करीब 1 साल पहले राजस्थान सरकार ने मंडा औद्योगिक क्षेत्र में 1 रुपए टोकन मनी पर जमीन आवंटित की थी। अभी जमीन के चारों तरफ चारदीवारी का कार्य हो चुका है।
जल्द ही भवन आदि का निर्माण का कार्य शुरू होगा। 10 हजार स्क्वायर मीटर जमीन में यह लैब बनाई जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने करीब 84 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर रितुराज श्रीवास्तव ने बताया कि वर्तमान में कोलकाता व गाजियाबाद में टेस्टिंग लैब हैं। इनमें छोटे ट्रांसफाॅर्मरों की टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध है।
मंडा में बनाई जा रही लैब पहली ऐसी लैब होगी, जिसमें पावर एवं डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर के उपकरणों की टेस्टिंग एक ही छत के नीचे होगी। इसमें पावर ट्रांसफाॅर्मर, डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर, करंट ट्रांसफार्मर, रेलवे ट्रक्शन ट्रांसफार्मर, एचटी केबल, कंडक्टर आदि टेस्टिंग होगी।
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