उत्तराखंड : की चारधाम यात्रा 30 अप्रैल 2025 से शुरू होगी। इस पावन यात्रा में पहले अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए 6 महीने तक खुले रहेंगे।
बर्फ हटाने के लिए मजदूर तैनात
- 50 मजदूरों की टीम लिंचौली से आगे बढ़कर रास्तों को साफ करने में जुटी है।
- जल्द ही 50 और मजदूरों को भेजा जाएगा, ताकि ग्लेशियर प्वाइंट पर टूटे ग्लेशियरों की बर्फ हटाई जा सके।
- लगातार खराब मौसम, बारिश और बर्फबारी के कारण यह काम चुनौतीपूर्ण बन रहा है, लेकिन इसे तय समय में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यात्रियों के लिए 1800 गाड़ियों की व्यवस्था
- देहरादून आरटीओ सुनील शर्मा ने जानकारी दी कि इस बार यात्रा के लिए करीब 1800 गाड़ियां उपलब्ध कराई जाएंगी।
- टूर-ट्रैवल ऑपरेटर्स और टैंपो ट्रेवल्स एसोसिएशन के साथ बैठक कर परिवहन व्यवस्था को सुरक्षित और सुगम बनाया जा रहा है।
- सभी गाड़ियों की तकनीकी जांच होगी और सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
ग्रीन कार्ड के बिना एंट्री नहीं
- चारधाम यात्रा में आने वाले कमर्शियल वाहनों को ग्रीन कार्ड के बिना एंट्री नहीं मिलेगी।
- ग्रीन कार्ड एक फिटनेस सर्टिफिकेट है, जो यह सुनिश्चित करता है कि वाहन यात्रा के लिए उपयुक्त है।
- ग्रीन कार्ड के लिए छोटी गाड़ियों की फीस 400 रुपये और बड़ी गाड़ियों की 600 रुपये रखी गई है।
- सभी पीली प्लेट वाले वाहनों (चाहे उत्तराखंड के हों या अन्य राज्यों के) के लिए ग्रीन कार्ड अनिवार्य होगा।
रोटेशन सिस्टम से बसों का संचालन
- बसों के संचालन के लिए यूनियन से बातचीत कर रोटेशन सिस्टम लागू किया गया है।
- इससे यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी और यात्रा का संचालन सुचारु रहेगा।
चारधाम यात्रा के लिए तैयार हो जाएं!
हर साल लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा में शामिल होते हैं। प्रशासन इस बार भी सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। यदि आप इस यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं, तो समय रहते अपना पंजीकरण करवाएं और ग्रीन कार्ड नियमों का पालन करें।