प्रधानमंत्री : नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में महाकुंभ 2025 के आयोजन पर बात करते हुए इसकी सफलता में योगदान देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने कहा कि यह आयोजन भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है, जिसने पूरे देश को एकजुट किया।
महाकुंभ ने भारत को अगले 1000 वर्षों के लिए तैयार किया - पीएम मोदी
- पीएम मोदी ने कहा, "पिछले वर्ष अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा हुई, जिसने हमें यह अहसास कराया कि देश अगले 1000 वर्षों के लिए कैसे तैयार हो रहा है।
- इस वर्ष प्रयागराज महाकुंभ ने इस सोच को और मजबूत किया है।
- उन्होंने कहा, "महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु सुविधाओं से परे जाकर अपनी आस्था के साथ जुड़े।"
- यह आयोजन भारत के सांस्कृतिक उत्थान और आध्यात्मिक चेतना को दर्शाता है।
भारत का युवा अपनी आस्था और परंपराओं से जुड़ रहा है
- पीएम मोदी ने कहा कि आज का युवा गर्व के साथ अपनी परंपराओं और आस्था को स्वीकार कर रहा है।
- महाकुंभ में युवाओं की बड़ी भागीदारी देखी गई, जिससे स्पष्ट हुआ कि देश अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजते हुए आगे बढ़ रहा है।
- उन्होंने कहा, "हमारी विरासत से जुड़ने की परंपरा आज के भारत की सबसे बड़ी पूंजी है।"
महाकुंभ पर सवाल उठाने वालों को मिला जवाब
- पीएम मोदी ने कहा कि महाकुंभ पर सवाल उठाने वालों को इस आयोजन की भव्यता और श्रद्धालुओं के समर्पण ने जवाब दे दिया है।
- पूरे देश में आध्यात्मिक चेतना का संचार हुआ, जिससे भारत की एकजुटता और सामर्थ्य को नई पहचान मिली।