राजस्थान विधानसभा : के बजट सत्र 2025 में अवैध बजरी खनन का मुद्दा गरमा गया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में अवैध बजरी खनन चरम पर है, लेकिन डबल इंजन की सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध खनन की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार इसे रोकने में पूरी तरह विफल रही है।
जूली ने हाई कोर्ट की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि अदालत तक को कहना पड़ा कि सरकार सीबीआई का सहयोग नहीं कर रही। उन्होंने कहा, "अगर आपसे अवैध खनन नहीं संभल रहा है, तो सीआरपीएफ बुलाइए, दूसरे राज्यों से मदद लीजिए।"
जूली ने यह भी आरोप लगाया कि इसी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री ने अपनी ही सरकार पर अवैध खनन को लेकर सवाल उठाए हैं। इसके अलावा, 20 से अधिक विधायक भी इस मुद्दे को सदन में उठा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
टीकाराम जूली के तीखे सवालों के बाद सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। कांग्रेस विधायकों ने तुरंत जवाब देने की मांग की, लेकिन जब जवाब नहीं मिला, तो कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा, "जिस पार्टी के राज में खनन माफिया हावी थे, पुलिस रोज पिटती थी, वे अब हम पर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस को पहले अपने घर में झांकना चाहिए।" उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा, इसलिए वे बिना कारण हंगामा कर रहे हैं और सदन की कार्रवाई बाधित करना उनकी आदत बन गई है।
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