हरियाणा-पंजाब : के शंभू बॉर्डर पर लगभग 400 दिनों से चल रहा किसानों का धरना आखिरकार समाप्त हो गया है। इसके बाद वीरवार को पुलिस प्रशासन ने शंभू-अंबाला हाइवे को एक तरफ से पूरी तरह खोल दिया है। अब राजपुरा से अंबाला जाने के लिए शंभू बॉर्डर पर एक तरफ का रास्ता खुल चुका है और वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। बुधवार शाम को पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद किसानों ने धरना स्थल खाली कर दिया था, जिसके तुरंत बाद हरियाणा सरकार ने भी युद्धस्तर पर हाईवे को साफ करने का काम शुरू किया।
फरवरी 2024 में अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच की योजना बना रहे किसानों को हरियाणा सरकार ने शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया था, जिसके बाद यह मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया था। वीरवार तड़के हरियाणा सरकार ने बुलडोजर भेजकर कंक्रीट के बैरिकेड्स हटाए, जबकि पंजाब पुलिस पहले ही किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी ढांचों को हटा चुकी थी।
शंभू बॉर्डर पर एक लेन की कंक्रीट व पत्थरों की बैरिकेडिंग हटाने का काम पूरा हो गया है। इसके बाद शाम साढ़े चार बजे से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। हालांकि पुल के ऊपर दूसरी लेन को खोलने का काम अभी जारी है। इस मार्ग के खुलने से यात्रियों को अब 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर नहीं करना पड़ेगा।
पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने बताया कि पंजाब पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई के दौरान कोई बल प्रयोग नहीं किया और प्रदर्शनकारी किसानों ने भी पूरा सहयोग किया। अब रास्ता पूरी तरह साफ होने के बाद जल्द ही यातायात पूरी तरह से बहाल कर दिया जाएगा।
13 महीने बाद हाईवे खुलने से अब पंजाब और हरियाणा के बीच यातायात सामान्य होने की उम्मीद बढ़ गई है। फरवरी 2024 से इस मार्ग के बंद होने से दोनों राज्यों के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। वीरवार को हरियाणा पुलिस ने बुलडोजर की मदद से मुख्य हाईवे पर लगे कंक्रीट के बैरिकेड्स हटा दिए, और अब शाम तक मेन हाईवे को पूरी तरह खोलने की संभावना जताई जा रही है।
अब, हाइवे खुलने के साथ ही दोनों राज्यों के लोगों को राहत मिलेगी और उनकी यात्रा सुगम होगी।
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