राजस्थान : के कोटा में एक और कोचिंग छात्र की आत्महत्या का मामला सामने आया है। बिहार के नालंदा निवासी 17 वर्षीय हर्षराज शंकर ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद हॉस्टल में रहने वाले सभी स्टूडेंट्स डर के मारे हॉस्टल छोड़कर चले गए हैं। 28 कमरों वाला यह हॉस्टल अब पूरी तरह खाली हो चुका है।
हॉस्टल संचालक कपिल शर्मा ने बताया कि हर्षराज 20 मार्च को ही अपने गांव से कोटा लौटा था। मंगलवार रात जब उसके रिश्तेदारों ने खाने के लिए उसे आवाज लगाई, तो उसने दरवाजा नहीं खोला। जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, तो हॉस्टल संचालक को सूचना दी गई। हॉस्टल संचालक ने पुलिस को बुलाया, जिसके बाद गेट तोड़ा गया और अंदर का नजारा देखकर सब सन्न रह गए।
पुलिस जब कमरे में पहुंची तो दीवार पर लगे बोर्ड पर लिखा था - "सॉरी मम्मी-पापा"। हालांकि, उसने आत्महत्या की वजह नहीं बताई। पुलिस अब मोबाइल फोन और अन्य चीजों की जांच कर रही है।
हॉस्टल के सभी कमरों में एंटी हैंगिंग डिवाइस लगे हुए हैं, ताकि छात्र पंखे से लटककर आत्महत्या न कर सकें। पहले छात्र ने पंखे से फांसी लगाने की कोशिश की, लेकिन जब असफल रहा, तो उसने बाथरूम और कमरे के बीच लगी लोहे की रॉड से लटककर जान दे दी।
हर्षराज शंकर के पिता बिहार के नालंदा में किसान हैं। वह पिछले साल अप्रैल में मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET की तैयारी के लिए कोटा आया था। वह पढ़ाई में एवरेज था लेकिन रेगुलर क्लास अटेंड करता था। इस साल वह NEET में शामिल नहीं होने वाला था, क्योंकि वह अभी 12वीं में था।
फिलहाल जवाहर नगर थाना पुलिस ने कमरे को सील कर दिया है और छात्र के मोबाइल फोन की जांच की जा रही है। छात्र के परिजन बिहार से कोटा पहुंच गए हैं और पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया जाएगा।
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