जयपुर : राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर धमकी दी गई थी, जिसके बाद डीजीपी यूआर साहू ने तत्काल एक टीम गठित कर आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए। इस मामले में जयपुर सेंट्रल जेल से एक मुख्य आरोपी सहित तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने इस धमकी को लेकर प्रतिक्रिया दी और कहा, "मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, फिर भी इस मामले की जांच की जा रही है। यह किसी की ओछी हरकत हो सकती है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और प्रशासन इस मामले में कड़ी कार्रवाई कर रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।"
डीजीपी यूआर साहू ने कहा कि, "सिस्टम की खामियों की वजह से जेलों में मोबाइल पहुंच रहे हैं, जो नहीं होना चाहिए। निचले स्तर के कर्मचारियों की मिलीभगत से यह संभव हो रहा है। इसी को रोकने के लिए प्रदेश की सभी जेलों में जैमर लगाने का फैसला किया गया है। जैमर लगने के बाद कैदी जेल में मोबाइल लेकर आए भी तो भी उसका इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।" उन्होंने आगे कहा कि अपराध को पूरी तरह खत्म करना संभव नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित करना ही हमारी सबसे बड़ी सफलता है।
धमकी भरे कॉल के बाद पुलिस ने नंबर को ट्रेस किया, जिससे यह पुष्टि हुई कि कॉल जयपुर सेंट्रल जेल से किया गया था। इसके बाद पुलिस टीम ने दबिश देकर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया। फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है और जल्द ही इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
मुख्य आरोपी सेंट्रल जेल से गिरफ्तार
प्रदेश की सभी जेलों में जैमर लगाने का निर्णय
मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया
अब पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि आगे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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