नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। देशभर में विरोध के साथ यह मुद्दा संसद में भी गूंजा। चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी ने गुरुवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान इस मामले को उठाया और वीर योद्धाओं के अपमान को निंदनीय बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सीपी जोशी ने कहा, "कुछ लोग तुष्टीकरण की राजनीति में महान वीरों का अपमान करने से भी पीछे नहीं हटते। यह वही लोग हैं, जो अयोध्या नहीं जाते लेकिन बाबर की कब्र को धोने जाते हैं।"
उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई महापुरुषों का अपमान करने की हिम्मत ना कर सके।
जोशी ने सदन में कहा, "शायद सांसद रामजी लाल सुमन को यह जानकारी नहीं कि बाबर को दौलत खां लोधी ने बुलाया था।"
राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को दो बार हराया था और बाबर को भी युद्ध में मात दी थी।
वे एक महापराक्रमी योद्धा थे, जिन्होंने 100 युद्ध लड़े और 100 के 100 युद्ध जीते।
राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने अपने बयान में कहा था कि "अगर मुसलमानों को बाबर की संतान कहा जाता है, तो बाबर को भारत बुलाने वालों की आलोचना क्यों नहीं की जाती?"
उनके इस बयान पर राजस्थान समेत देशभर में कड़ा विरोध हो रहा है।
सीपी जोशी ने कहा, "जो लोग वीर महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।"
उन्होंने तुष्टीकरण की राजनीति पर निशाना साधते हुए कहा कि, "आज चौथी पीढ़ी आ गई, फिर भी कुछ लोग बाबर की कब्र पर जा रहे हैं, लेकिन उन्हें अयोध्या जाने में शर्म आती है।"
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