राजस्थान : के अजमेर में ईद-उल-फितर का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। केसरगंज स्थित ईदगाह में नमाज अदा करने के बाद अजमेर दरगाह के उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने देशवासियों को ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा, "अल्लाह का एहसान है कि हमने रमजान के रोजे रखे और अब ईद मना रहे हैं। हमारी खुशकिस्मती है कि हम भारत जैसे गंगा-जमुनी तहजीब वाले देश में रहते हैं।"
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने वक्फ बिल संशोधन को लेकर अपनी राय रखते हुए कहा कि बदलाव जरूरी था, लेकिन कुछ लोग इसे गलत समझ रहे हैं और विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हो सकता है कि कुछ हिस्सों से उन्हें दिक्कत हो, लेकिन जब यह बिल संसद में आएगा तो बहस के बाद सारी बातें स्पष्ट हो जाएंगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि इस बिल से वक्फ की संपत्तियों की सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ेगी। उन्होंने अफवाहों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कुछ लोग गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं कि मस्जिदें या कब्रिस्तान छीने जाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होने वाला। यह शरीयत का मामला नहीं है, बल्कि वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन से जुड़ा मुद्दा है।"
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि "रमजान के दौरान गरीब मुसलमानों तक मदद पहुंचाने की पहल अच्छी रही। इससे वे भी ईद की खुशियों में शामिल हो सके और उन्होंने दुआएं दीं।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान 'मुसलमानों के बीच हिंदू सुरक्षित नहीं' पर असहमति जताते हुए उन्होंने कहा, "मैं इससे सहमत नहीं हूं। भारत में हिंदू-मुसलमान सभी सुरक्षित हैं। यह गंगा-जमुनी तहजीब का देश है और हम सभी मिलकर तरक्की कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि भारत की पहचान सौहार्द और भाईचारे से बनी हुई है, जहां सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे को त्योहारों की बधाई देते हैं।
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